पूर्व क्रिकेटर मनोज प्रभाकर और उनकी फैमिली पर मुकदमा, बुजुर्ग महिला का फ्लैट कब्जाने का आरोप

नई दिल्ली. दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर थाने में पूर्व क्रिकेटर मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar), उनकी पत्नी फरहीन प्रभाकर, बेटे, सहयोगी संजीव गोयल और 2 अज्ञात लोगों के खिलाफ ठगी, जालसाज़ी और आपराधिक साजिश के तहत केस दर्ज किया गया है. लंदन में रहने वाली एक बुज़ुर्ग महिला का फ्लैट कब्जाने और धमकी देने का आरोप है. पीड़ित महिला संध्या शर्मा पंडित के मुताबिक 1995 में उसके पति लक्ष्मी चंद पंडित ने दिल्ली के मालवीय नगर के सर्वप्रिया विहार में एक अपार्टमेंट की दूसरी मंजिल विनोद सलूजा नाम के बिल्डर से खरीदी थी, ये फ्लैट आधुनिक सुविधाओं से लैस और जरूरत का सारा सामान इसमें पहले से था.

इस फ्लैट में महिला अपने पति के साथ 2006 तक रहे फिर लंदन चले गए. इसके बाद 2018 तक महिला का देवर और पारिवारिक दोस्त इस फ्लैट में रहे, लेकिन उसके बाद ये फ्लैट खाली हो गया. इस फ्लैट के नीचे पहली मंज़िल पर पूर्व क्रिकेटर मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar) अपने परिवार के साथ रहते हैं. सभी घरों में जाने का एक ही कॉमन इसी साल महिला को जानकारी मिली कि उसके मकान के लॉक को तोड़कर बाहरी गेट बदल दिए गए हैं और घर के अंदर कोई रह रहा है. 

महिला के मुताबिक इस साल सितंबर में जब वह लंदन से आई तो उसे घर के अंदर नहीं घुसने दिया. उसके मकान में रह रहे शख्स ने बताया कि वो मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar) का किरायेदार है. महिला ने जब काफी कोशिश के बाद मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar) और उनकी पत्नी से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि अब ये प्रोपर्टी उनकी है. पीड़ित महिला के मुताबिक जब उसने पुलिस को बुलाया तो उसे जान से मारने की धमकी दी गयी और डेढ़ करोड़ रुपये मांगे गए. उसके घर में रखा महंगा सामान भी चोरी कर लिया गया. फ्लैट के फ़र्ज़ी दस्तावेज बनाकर उस पर कब्ज़ा कर लिया गया.

महिला ने इस मामले में जब पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को शिकायत की तो दिल्ली के मालवीय नगर थाने में मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar), उनके परिवार और सहयोगी संजीव गोयल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. आरोप है कि संजीव गोयल ने ही कब्ज़ा दिलवाने और फ्लैट के फ़र्ज़ी कागज़ बनवाने में मदद की. मालूम हो कि मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar) मैच फिक्सिंग के मामले और फाइनेंसियल घपलेबाजी के आरोप में फंस चुके हैं. वे जेल भी जा चुके हैं.


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