खतरनाक हो सकता है Ayurveda की इस पॉपुलर औषधि का अधिक सेवन, जानें इसके सीरियस साइड इफेक्ट्स
कोविड पीरियड में बहुत से लोग आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग कर रहे हैं। इनमें एक रामबाण औषधि त्रिफला भी है जिसको अधिक मात्रा लेने से आपको कई गंभीर जोखिम उठाने पड़ सकते हैं।
त्रिफला लंबे समय से स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक टॉनिक के रूप में प्राचीन आयुर्वेदिक संस्कृति का एक अभिन्न अंग रहा है। ये आयुर्वेद की महाऔषधि है। इसे असंख्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत प्रदान करने में मददगार माना जाता है। त्रिफला तीन फलों, आमलकी (एम्ब्लिका ऑफिसिनैलिस), बिभीतकी (टर्मिनलिया बेलिरिका), और हरीतकी (टर्मिनलिया चेबुला) के कॉम्बिनेशन से बनाया जाता है।
हालांकि, त्रिफला को अधिक मात्रा में लेने से कई तरह के स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं। यहां त्रिफला चूर्ण के 4 दुष्प्रभाव हैं जिन्हें आपको जानना चाहिए।
पाचन तंत्र (Digestive system) को खराब कर सकता है
प्रेगनेंसी में समस्या पैदा कर सकता है त्रिफला चूर्ण
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में पता चला है कि अगर आप डिप्रेशन की दवा लेते हैं और त्रिफला का सेवन करते हैं तो आपको अनिद्रा का शिकार हो सकते हैं।
ब्लड प्रेशर को जरूरत से अधिक कम कर सकता है
जिन लोगों को पहले से ही निम्न रक्तचाप है उन्हें त्रिफला से बचने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि यह इसे और भी कम करता है। मानव शरीर पर त्रिफला के दीर्घकालिक प्रभाव पर ध्यान केंद्रित करने वाले अधिक अध्ययनों को इसके प्रभावों को बेहतर ढंग से समझने की आवश्यकता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को इससे पूरी तरह बचना चाहिए। यदि आपको कोई अंडरलाइंग हेल्थ इशू है, तो त्रिफला का सेवन करने से पहले किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। किसी भी हर्बल सप्लीमेंट में निवेश करने से पहले गुणवत्ता की जांच करना भी महत्वपूर्ण है।