Ravindra Jadeja से गेंदबाजी कराने को क्यों मजबूर हुए Virat Kohli? पहले टेस्ट में छिपा है इसका राज


लॉडर्स. भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया के पास 4 तेज गेंदबाज होने के बावजूद कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) को बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को दूसरे दिन आक्रमण में शामिल करने के लिए मजबूर होना पड़ा.

जडेजा से क्यों कराई गेंदबाजी?

इंग्लैंड (England) के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट (Lord’s Test) के दूसरे दिन विराट कोहली (Virat Kohli) ने यह फैसला उस वक्त लिया जब आसमान में बादल थे और हालात पूरी तरह तेज गेंदबाजों के लायक थे. इसका कारण पहले टेस्ट में भारत की धीमी ओवर-रेट थी, जिसकी वजह से उसे पहले टेस्ट से हासिल 4 में से 2 प्वाइंट काट दिए गए थे.

एक एक प्वाइंट अहम

अब जबकि हर टेस्ट मैच आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (ICC WTC) का एक हिस्सा है, 2 साल के चक्र के खत्म होने पर प्वाइंट टेबल के टॉप पर बने रहना अहम है और ऐसे मे एक-एक अंक मायने रखता है. इसका कारण यह है कि यही प्वाइंट जुटाकर सिर्फ दो टीमें ही फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी.

स्पिनर्स के लिए फायदेमंद विकेट नहीं था

जिन हालात में कोहली ने जडेजा से गेंदबाजी कराई, उनके जैसा एक धीमा गेंदबाज हालात के अनुकूल नहीं था, खासकर जहां पिच पर अभी भी घास की पट्टियां थीं और टूट-फूट के छोटे निशान थे. दोनों तरफ तेज गेंदबाजों को लगाने की जरूर थी. लेकिन आईसीसी के नए ओवर-रेट नियम को देखत हुए कोहली ने ये फैसला लिया.

विराट के इस फैसले का फायदा मिला

रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को नर्सरी एंड से लाया गया था, ताकि गेंद को लॉर्डस के ऐतिहासिक साइड-वे रिज पर ढलान से नीचे किया जा सके. दिलचस्प बात यह है कि जैसे ही उन्होंने अपना 4 ओवर का स्पैल पूरा किया, और मोहम्मद शमी ने उनकी जगह ली, रोरी बर्न्‍स एलबीडब्ल्यू करार दिए गए.

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