मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना से 5 महीने में 8 हजार ग्रामीणों को मिला उपचार


बिलासपुर.मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों व सुदूर वनांचलों में अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु सरकार प्रतिबद्ध है। इसी उद्देश्य को लेकर मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना वर्ष 2 अक्टूबर 2019 से संचालित की जा रही है। जिले में विगत 5 माह में 19 हाट-बाजारों में 75 मोबाइल क्लीनिक लगाकर लगभग 8 हजार ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार एवं स्वास्थ्य संबंधी परामर्श एवं निःशुल्क दवाईयां प्रदान कर लाभान्वित किया गया है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के तहत जिले में आवश्यकता अनुरूप तथा गांवों से स्वास्थ्य केन्द्र की दूरी के आधार पर 19 हाट बाजारों का चिन्हांकन किया गया है। प्रत्येक हफ्ते डेडिकेटेड टीम के माध्यम से इन हाट बाजारों में आने वाले ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण तथा उन्हें आवश्यक उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है।बिल्हा विकासखंड में चार गांवों के हाट-बाजार चिन्हांकित हैं जहां सोमवार को ग्राम सेलर, बुधवार को खैरा, गुरुवार को सिलपहरी और और शनिवार को लगरा में मोबाइल क्लीनिक पहुंचती है। इसी तरह कोटा के चार हाट बाजारों में प्रत्येक मंगलवार को ग्राम धूमा, बुधवार को रानीगांव, गुरुवार को आमागोहन और शुक्रवार को करगीखुर्द में क्लीनिक पहुंचती है। मस्तूरी में सोमवार को ग्राम पंधी महाल में, मंगलवार को ग्राम धनिया, बुधवार को भटचरौना, गुरुवार को सरसेनी और शुक्रवार को चिस्दा में मोबाइल क्लीनिक आयोजित होती है। तखतपुर में सोमवार को लोखंडी, मंगलवार को तुरकाडीह, बुधवार को उसलापुर, गुरुवार को खम्हरिया, शुक्रवार को खरकेना तथा शनिवार को बांधा के हाट बाजार में मोबाइल क्लीनिक लगाई जाती है।


प्रत्येक हाट-बाजार में चिकित्सा अधिकारी, स्टाफ नर्स अथवा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, फॉर्मासिस्ट तथा पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता होते हैं। हाट-बाजारों के लिये डेडिकेटेड वाहन उपलब्ध कराये गये हैं जिनमें सभी प्रकार की आवश्यक औषधियां उपलब्ध रहती हैं। हाट-बाजार पहुंचने पर मोबाइल एप के माध्यम से लोकेशन मैपिंग की जाती है ताकि विभाग के अधिकारी को टीम के भ्रमण की सही जानकारी मिल सके। प्रत्येक दिन हाट-बाजार की समाप्ति पर लाभान्वितों की संख्या को एप के माध्यम से दर्ज किया जाता है। विगत 5 माह में बिल्हा विकासखंड के चार हाट बाजारों में 22 क्लीनिक के माध्यम से 883 मरीजों का उपचार किया गया है। इसी तरह से कोटा के हाट-बाजारों में 56 क्लीनिक लगाकर 3 हजार से अधिक मरीजों को लाभान्वित किया गया है। मस्तूरी में 47 हाट बाजार क्लीनिक लगाकर 1,900 से अधिक मरीज तथा तथा तखतपुर में 27 हाट बाजार क्लीनिक लगाकर लगभग 3000 मरीजों को लाभान्वित किया गया। क्लीनिक में सामान्य मरीजों की जांच कर दवाईयां दी जाती है, वहीं गंभीर मरीजों की पहचान कर उन्हें रेफर भी किया जाता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि भविष्य में हाट-बाजार में आने वाले मरीजों की बीमारी का आकलन कर क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधा को अधिक सुदृढ़ किया जायेगा।

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