VIDEO – ग्रामीणों में आक्रोश : विद्याडीह टांगर के ग्रामीणों का नहीं हो सका धान खरीदी हेतु पंजीयन

बिलासपुर/अनिश गंधर्व. राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित के लिये धान खरीदी की पूरी व्यवस्था की जा रही है। फसल उगाने वाले किसानों का बकायदा पंजीयन कराया जा रहा है फिर धान मंडी में खरीदी व रख रखाव की व्यवस्था के लिये शासन प्रशासन के आला अधिकारी जुटे हुए हैं। इधर मस्तूरी तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम  विद्याडीह टांगर के 60 से 70 किसानों का पंजीयन नहीं हो सका है। उनका रबका शून्य घोषित कर दिया गया है जिसके चलते गांव में तनाव का माहौल है। पंजीयन से वंचित किए गए किसानों ने ग्राम सेवक व भरारी समिति पर मनमानी करने का आरोप भी लगाया है। पंजीयन की तिथि समाप्त हो गई है इसलिये यहां के ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा है।

मस्तूरी तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम विद्याडीह टांगर पटवारी हल्का नंबर 48 के 60 से 70 किसानों का धान के लिये पंजीयन नहीं हो सका है। उनका रकबा शून्य घोषित कर दिया है। दो दिन पूर्व ही इन किसानों को बताया गया है कि उनका पंजीयन नहीं हो सका है। आनन फानन में ग्रामीण भरारी समिति और पटवारी का चक्कर काटने के बाद अपनी समस्या को लेकर आज जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। ग्रामीणों ने सौंपे गये ज्ञापन में बताया है कि हमारी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम आत्महत्या करने को विवश हो जायेंगे। राज्य सरकार द्वारा दिये जाने वाले बोनस की राशि वंचित हो जाएगे। इस परिस्थिति में हमें कोचियों को अपना धान बेचने को मजबूर हो जाएंगे। अगर हमारे धान को सरकारी दर पर नहीं खरीदा गया तो हमारे सामने आत्महत्या करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है।


गांव के अन्य किसानों का पंजीयन हो चुका है 60 से 70 किसानों का पंजीयन नहीं होने से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। जल्द ही कोई कड़ा कदम नहीं उठाया गया तो गांव में अप्रिय घटना की पूरी संभावना है। ग्रामीणों ने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि हमें भरारी समिति के दायरे में लाकर हमारा नाम जोड़ा जाये ताकि हम अपना धान सरकारी दर पर बेच सके। कम्प्यूटर व किसी भी तरह की कोई भी समस्या हो तत्काल प्रभाव दुरूस्त कराया जाये ताकि हम अपना धान मंडी में बेच सके।

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