VIDEO : छत्तीसगढ़ी फिल्मों के लिये कहानी लिखना आसान नहीं है : सतीश जैन
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. छत्तीसगढ़ी फिल्मों के लिये कहानी लिखना आसान काम नहीं है, कहानी लिखने वालों की कमी है। अच्छे संगीतकार की जरूरत है। कोई भी आदमी पैसा खर्च कर डायरेक्टर बन जाता है जबकि उसको कुछ भी ज्ञान नहीं रहता। उक्त बातें छत्तीसगढ़ी फिल्म के डायरेक्टर सतीश जैन ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहीं।
प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सतीश जैन ने कहा कि मेरी अगली फिल्म चल हट कोनो देख लिही का प्रदर्शन 13 मई से शुरू होगा। राज्य के 55 सिनेमा घरों व मल्टीप्लेक्स में एक साथ शुभारंभ किया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण पर आधारित इस फिल्म की नायिका अनिकृति चौहान व नायक दिलेश साहू हैं। फिल्म में संगीत सुनील सोनी ने दिया है। श्री जैन ने बताया कि मेरी सबसे पहली फिल्म छइयां भुइयां को आपार सफलता मिली। इसके बाद झन भूलो मां बाप ला, मया, टूरा रिक्शा वाला और हस झन पगली फंस जावे को लोगों ने खूब पसंद किया। मैने अपने सभी फिल्मों में सामाजिक संदेश दिया है। जिस समस्या से सरकार जूझ रही है वैसी फिल्म बनाने में समस्या बढऩे की आशंका रहती है इसलिये नक्सली समस्या और अन्य ज्वलंत मुद्दों पर अभी तक फिल्म नहीं बनाया गया है। मोर छइयां भूइयां फिल्म का पार्ट-2 बनाने की योजना है।
आने वाली फिल्म चल हट कोनो देख लिही को देखने के लिये दर्शक लंबे समय से बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, फिल्म में टे्रलर को दर्शकों द्वारा बहुत ज्यादा पसंद किया जा रहा है। गाने भी लोगों की जुबान में है। इंस्टाग्राम में सभी गानों को दर्शकों द्वारा पसंद किया जा रहा है इसी तरह सोशल मीडिया में फिल्म तेजी से वायरल हो रहा है। फिल्म में रजनीश झांझी,अंजलि चौहान, प्रदीप शर्मा, अनिल शर्मा, अनुराधा दुबे, मनोज वर्मा, डॉ. अजय सहाय, हेमलाल कौशल, उपासना वैष्णव, तेजराम साहू, मनोज जोशी, सलीम अंसारी, क्रांति दीक्षित, अंशुल अवस्थी, तुषार कांत शर्मा, जानसन अरूण, शैलेश साव, छोटेलाल साहू, राजू शर्मा, सलीम खान, उषा विश्वकर्मा, सुब्रत दादा, अनुपन भार्गव, राजेन्द्र कपूर, जयराम भगवानी, पुष्पांजलि शर्मा आदि की प्रमुख भूमिका है।