सिम्स ने खरीदी 54 लाख रूपए में लॉण्ड्री मशीन, स्वास्थ्य मंत्री ने दिए जांच के निर्देश
बिलासपुर. लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने आज यहां जिला कार्यालय के सभाकक्ष में बिलासपुर सहित मंुगेली एवं जांजगीर-चांपा में संचालित स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विभागीय कामकाज की विस्तार से समीक्षा की। श्री सिंहदेव ने सिम्स की समीक्षा करते हुए 54 लाख रूपए में खरीदी गई मैकेनाइज्ड लॉण्ड्री मशीन को अधिक कीमत पर खरीदी की जांच करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सिम्स में लगातार आ रही गड़बड़ियों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीन डॉ. कमल किशोर सहारे को निर्देश दिए कि व्यवस्थाओं में जल्द सुधार लाया जाए। डॉक्टरों एवं कर्मचारी बेहतर तालमेल के साथ कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कोविड टेस्टिंग बढ़ाने के साथ ही कोविड टीकाकरण में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री धरमलाल कौशिक, विधायक शैलेष पाण्डेय, नारायण चंदेल एवं श्रीमती इंदु बंजारे सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री श्री सिंहदेव ने स्वास्थ्य विभाग के कामकाज की विस्तार से समीक्षा की। सिम्स की जानकारी देते डॉ. सहारे ने बताया कि सिम्स में फिलहाल 710 बिस्तर है। एमबीबीएस पाठ्यक्रम में 200 सीट की मान्यता हेतु आवश्यक अद्योसंरचना के लिए वर्तमान स्थान अपर्याप्त है। इस पर मंत्री श्री सिंहदेव ने 900 बिस्तरों के अस्पताल के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिम्स में लगातार आ रही शिकायतों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए इसका निराकरण जल्द करने के निर्देश दिए। उन्होंने सामग्री खरीदी के लिए तकनीकी टीम का गठन करते हुए शासन द्वारा निर्धारित एजेंसी से ही खरीदी के निर्देश दिए। कोविड टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए। बच्चों के टीकाकरण प्रतिशत को नाकाफी बताते हुए इसमें विशेष प्रयास करने कहा। उन्होंने कोविड टेस्टिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए। हॉस्पिटल में भर्ती सभी मरीजों का कोविड टेस्टिंग करने कहा। मंत्री श्री सिंहदेव ने कहा कि सभी अस्पतालों दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित हो। यह पूरी प्रकिया पारदर्शी होनी चाहिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि आबादी के हिसाब से आवश्यकतानुसार उप स्वास्थ्य केंद्रों के लिए सर्वे कराएं। ऐसे सभी उप स्वास्थ्य केंद्र जो पूरे हो चुके है, उन्हें स्वास्थ्य विभाग को सौंपने के निर्देश दिए। बैठक में महापौर रामशरण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, विजय केशरवानी, विजय पाण्डेय एवं अधिकारी उपस्थित थे।