पशु चिकित्सा विभाग में अफसरशाही चरम में पहुच गयी है : सुनील यादव
बिलासपुर. पशु चिकित्सा विभाग में पदस्थ डॉक्टरों के द्वारा अपने से कनिष्ठ कर्मचारियों को जानवर समझकर बर्ताव कर रहे है , अफसरशाही पन लगातार हावी होते जा रहा है। कुछ दिन पूर्व ही एक वरिष्ठ डॉक्टर ने अपने मातहत कर्मचारी को अभद्र गाली दी थी जिसे बचाने डाक्टरोक अमला लगा हुवा है। आज फिर एक अधिकारी ने विभाग में अपना दबदबा कायम रखने के लिए नवनियुक्त अनुकम्पा नियुक्ति में आये एक 22 वर्ष के कर्मचारी को जूते से मारने की धमकी दी और कहा कि जो मैं कहता हूं उसे जरूर करता हु। बड़े पहुँच पहचान और ऊंची राजनीति पहुँच रखने वाले ये अधिकारी जानते है कि अब तक किसी पर कार्यवाही नही हुवी तो अब क्या होगा।
मामला से जब संघ को अवगत कराया गया तो इस पूरे मामले को समझने संघ के प्रदेश महामंत्री सुनील यादव पशु चिकित्सा विभाग बिलासपुर पहुँचे जहाँ पीड़ित कर्मचारियों से चर्चा की और घटना को समझा। इसके बाद प्रभारी अधिकारी बी पी सोनी जी से मिले और विभागीय कार्यवाही करने व अटैच अधिकारी को उस कार्यालय से मूल कार्यरत संस्था के लिए कार्यमुक्त करने कहा गया। साथ ही ऐसे अधिकारी को कनिष्ठ से अभद्रता पूर्ण व शासन के नियमो के विपरीत कदाचरण करने के लिए माफी की बात कही गयी जिस पर अधिकारी ने कनिष्ठ से माफी मांगी।
अब प्रश्न ये होता है कि अधिकारी गाली दे जूता मारने की धमकी दे कर्मचारियों को भला बुरा कहे , विपरीत आचरण करे और अंत मे मामला शांत करने के लिए माफी मांग ले। ये प्रवित्ति हमे स्वीकार नही। संघ जल्द ही इस मामले को जिला कलेक्टर को अवगत कराते हुवे कार्यवाही की मांग करेंगे साथ ही विभागीय मंत्री जी तक भी बात पहुचायेंगे। हमारी मांग है ऐसे अफसरशाही अधिकारियों पर विभाग लगाम कसे इनकी विभागीय न्यायिक जांच की जाए पूर्व के भी ऐसे सभी मामले जो ये पहले भी किन्ही कनिष्ठ के साथ किये है एकजाई जांच की जाए और दोषी पाए जाने पर तत्काल कार्यवाही की जावे।