नागपंचमी : जानें कैसे तय होती है सांप की आयु और जहरीलापन
सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है. इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है. साल 2022 में नाग पंचमी का पर्व 2 अगस्त 2022, मंगलवार को मनाया जाएगा. देश-दुनिया में नागों से जुड़े कई तथ्य प्रचलित हैं और यह रेंगने वाले जीवों की एक ऐसी प्रजाति है, जिसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने की जिज्ञासा सभी के मन में होती है. आइए इस मौके पर सांपों से जुड़े कुछ कम ज्ञात तथ्यों के बारे में जानते हैं.
सांपों से जुड़े रोचक तथ्य
सर्प के अंडे – सांप के अंडों को देखकर यह जाना जा सकता है कि यह पर सर्प के अंडे हैं या मादा सर्प के. जो अंडे चमकते हैं, वे पुरुष सर्प के और जो अडें धारी वाले होते हैं वे स्त्री सर्प होते हैं.
– नागिन अपने अंडों को 6 महीने तक सेती है और जब बच्चे बाहर निकलते हैं तो कई बच्चों को खुद ही खा जाती है. आमतौर पर वही बच्चे बच पाते हैं जो यहां-वहां ढुलक गए अंडों से बाहर निकलते हैं और मां सर्प की उन पर नजर नहीं पड़ती है.
– सांप वर्षा ऋतु में ही गर्भ धारण करते हैं और कार्तिक माह से सबसे ज्यादा अंडों से बच्चे बाहर आते हैं.
– अंडे से बाहर के 7 दिन बाद ही सांप के दांत उग जाते हैं और 21 दिन बाद उनमें विष भी आ जाती है. यदि सांप जहरीला हो तो अपने जन्म के 25 दिन बाद ही किसी के प्राण लेने में सक्षम हो जाता है.
– वैज्ञानिक जानकारी के मुताबिक सांप की आयु 100 वर्ष से ज्यादा भी होती है. यह अधिकतम 120 साल होती है. लेकिन सांप की बहुत कम प्रजातियां ही इतना लंबा जी पाती हैं. वहीं
– भले ही सांप के पैर दिखाई न लें लेकिन सांप के पैर होते हैं. हालांकि बहुत छोटे होने के कारण वे दिखाई नहीं देते हैं. साथ ही सांप चलते समय ही पैरों को बाहर निकलता है, बाकी समय पैर अंदर रखता है.
– सांप की आयु और उसके जहरीलेपन का निर्धारण उसके जन्म की स्थिति से होता है. यानी कि जो सांप समय से पहले ही अंडों से बाहर निकल आते हैं उनकी आयु अधिकतम 40 से 45 साल ही रहती है. इसके अलावा इनका जहर भी धीमा और कम प्रभावी रहता है. ये सांप डरपोक भी होते हैं.