11 सालबाद रेलवे ट्रेड यूनियन चुनाव चरम पर, 6 संगठन मैदान में
बिलासपुर. रेलवे ट्रेड यूनियन के चुनाव को लेकर बिलासपुर सहित देशभर में रेलवे कर्मचारियों के हित को लेकर अलग-अलग संगठनों से रेलवे कर्मचारी सहित पदाधिकारी में उत्साह देखने को मिल रहा है
रेल यूनियन मजदूर के महामंत्री से चर्चा के दौरान यह बात सामने आई की कर्मचारियों का नेता कर्मचारी ही होना चाहिए, क्योंकि कर्मचारियों की समस्या को एक कर्मचारी ही समझ सकता है,रिटायर्ड नेता व प्रशासनिक नेताओं के साथ मिलकर रेल कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार व उनकी समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा है पूर्व में रहे संगठन के पदाधिकारी व नेता
प्राप्त जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े रेलवे जोन बिलासपुर में रेलवे कर्मचारियों के सुख सुविधाओं और मांगों को लेकर छह संगठन चुनाव लड़ रहे हैं, जिसमें मुख्य रूप से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मजदूर संघ, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मजदूर कांग्रेस, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे श्रमिक यूनियन, आरकेएस कर्मचारी संघ, रेल मजदूर यूनियन, वह एम आर बीके यू संगठन अपने भाग्य आजमाने चुनाव मैदान में है इसी कड़ी में संगठन प्रमुखों से बात करने पर उन्होंने रेलवे कर्मचारी / व मतदाताओं से अपील के साथ पुरानी पेंशन बहाली सहित कई मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की और पूर्व में काबिज रहे संगठनों की रीति नीति के खिलाफ यह रेलवे ट्रेड यूनियन का चुनाव किया जा रहा है आपको बताते चलें कि यह चुनाव कोई आम चुनाव नहीं है और इस संगठनात्मक चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल का हस्तक्षेप नहीं है परंतु कहीं ऐसे संगठन है जो सत्ताधारी और विपक्ष की भूमिका भी निभा रही है, रेलवे ट्रेड यूनियन के चुनाव के मतदान की तिथि 4 दिसंबर से 6 दिसंबर तक मतदान होना है जिसमें बिलासपुर रायपुर व नागपुर डिवीजन के रेलवे कर्मचारी मतदाताओं द्वारा अपने अपने संगठनों को चुनाव जीतने हेतु मतदान करेंगे