आयुर्वेद हमारा सबसे प्राचीन एवं समृद्धि चिकित्सा पद्धति : डा. जी .पी. दुबे
चांपा. सेवा निवृत्त आयुर्वेद चिकित्सक डा.जी पी दुबे के निवास स्थान में आरोग्य भारती ( आयुर्वेद चिकित्सकों की समिति ) द्वारा भगवान धन्वंतरि जयंती मनाई गई। इस अवसर पर भाजपा एनजीओ प्रकोष्ठ एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चांपा इकाई द्वारा डा.जी पी दुबे एवं डा.आर के अग्रवाल को श्री फल एवं सम्मान पत्र भेंट करते हुए धन्वंतरि रत्न सम्मान से विभूषित किया गया । डा.मधुसूदन शर्मा को उनके रामकृष्ण औषधालय मे जाकर सम्मान पत्र भेंट किया गया ।
लघु किन्तु गरिमामय वातावरण में कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान धन्वंतरि की तस्वीर समक्ष दीप प्रज्वलन एवं सामुहिक आरती से हुआ । नन्ही बालिका श्लोका दुबे ने उपस्थित सभी लोगों को विष्णु सहस्रनाम पुस्तक भेंट की । इस अवसर पर डा. जी पी दुबे ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति हमारी सबसे प्राचीन और समृद्ध चिकित्सा पद्धति है जो सीधे सीधे प्रकृति से जुड़ा हुआ है । उन्होंने लोगों से अपील की अपने घरों में तुलसी गिलोय जैसे पांच औषधीय पौधों को जरूर लगाएं ।
डा.आर के अग्रवाल ने कहा कि कोरोना काल में आयुर्वेद ने लोगों का विश्वास जीता है और लोगों का रुझान फिर से आयुर्वेद चिकित्सा के प्रति बढ़ा है । एन जीओ प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अमरनाथ सोनी ने पतंजलि योग पीठ की चर्चा करते हुए कहा कि योग और आयुर्वेद को प्रचार-प्रसार के साथ ही हमें दैनिक जीवन मे अपनाने की जरूरत है । कार्यक्रम का संचालन बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संयोजक अनंत थवाईत ने तथा आभार प्रगट सहसंयोजक संगीता पाण्डेय ने किया । इस अवसर पर छत्तीसगढ़ हाथ करघा संघ के पूर्व अध्यक्ष कमल देवांगन चांपा नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप नामदेव भाजपा मंडल अध्यक्ष गणेश श्रीवास भाजपा महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष कविता थवाईत सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य राजेंद्र ठाकुर पंडित पवन पाठक, डा.सतीश तिवारी, डा.अनिल त्रिपाठी विशेष रूप से उपस्थित थे । कार्यक्रम को सफल बनाने मे पंकज बाजपेई ,नोहर देवांगन ,भरत पटेल ,उमेश बरेठ का विशेष सहयोग रहा । प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ।