14 अप्रैल को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जन्म तिथि के अवसर पर बेबीनार का आयोजन

बिलासपुर. “संविधान निर्माता, भारत रत्न, बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर चिंतन की समसामयिक प्रासंगिकता” विषय पर अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़ के द्वारा 14 अप्रैल 2021 को एक दिवसीय व्याख्यान एवं विमर्श का कार्यक्रम आभासी माध्यम से आयोजित किया जा रहा है, जिसमें कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर एल एस निगम कुलपति शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई छत्तीसगढ़, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सतीश चंद्र वर्मा महाधिवक्ता छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर होंगे, कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेई करेंगे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से इस बात पर चिंतन होगा कि कैसे एक समतामूलक समाज इस देश में स्थापित होगा, बाबा साहब का चिंतन अर्थशास्त्र, इतिहास, विधि, राजनीति इत्यादि क्षेत्रों में व्यापक है, उनका मानना है कि कैसे यह विषय हमारे रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करते हैं, भीमराव अंबेडकर भारत के आधुनिक निर्माताओं में से एक माने जाते हैं, आपके विचार और सिद्धांत भारतीय राजनीति के लिए हमेशा प्रासंगिक रहे हैं, वास्तव में वे ऐसी राजनैतिक व्यवस्था के हिमायती थे जिसमें राज्य को समान राजनीति का अवसर प्राप्त हो, आपके विचार अनेक क्षेत्र में प्रासंगिक हैं, जैसे सामाजिक समानता, आर्थिक क्षेत्र, सामाजिक क्षेत्र, महिलाओं से संबंधित विचार, शिक्षा से संबंधित विचार, मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य। सामाजिक चिंतन में अस्पृश्यता, दलितों की बातें समाहित हैं। आपके चिंतन से नए भारत का एक नया मॉडल व डिजाइन तैयार किया जा सकता है, इन्हीं बिंदुओं को ध्यान में रखकर यह वेबिनार आयोजित है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ सुधीर शर्मा कुलसचिव अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़, सहसंयोजक डॉ एच एस होता सहप्राध्यापक एवं छात्र कल्याण अधिष्ठाता, डॉ मनोज सिन्हा कार्यक्रम समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर ने बताया कि इस वेबीनार में अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर से संबद्ध समस्त महाविद्यालय के प्राचार्य, प्राध्यापक, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी एवं सक्रिय स्वयंसेवक सहभागिता करेंगे।