B’Day: अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार बनाने वाला शख्स, हर बार कमाल करती थी ये जोड़ी
नई दिल्ली. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को उनकी पहचान देने वाले निर्माता-निर्देशक प्रकाश मेहरा (Prakash Mehra) मुश्किल कहानियों को सहजता से कह जाते थे. कहते हैं न कि हीरा भी पत्थर है अगर उसे कोई पारखी न मिले. तो प्रकाश मेहरा वही पारखी थे जिन्होंने अमिताभ बच्चन में छिपे ‘एंग्री यंग मैन’ को पहचान लिया और शुरुआत की बॉलीवुड के एक नए युग की. आज ही के दिन 13 जुलाई को 89 साल पहले प्रकाश मेहरा का जन्म हुआ था. इस मौके पर जानते हैं अमिताभ बच्चन और प्रकाश मेहरा की जोड़ी के बारे में कुछ खास बातें…
प्रकाश मेहरा ने ही भारतीय फिल्म उद्योग को अमिताभ बच्चन के रूप में ‘एंग्री यंग मैन’ का किरदार दिया और भारतीय फिल्मकारों तथा अभिनेताओं के लिए अपनी फिल्मों को नया रंग देने के लिए सम्भावनाओं के दरवाजे भी खोले.
‘जंजीर’ बनीं टर्निंग पॉइंट
लगातार कई फिल्मों की असफलता के बाद अमिताभ को मेहरा का साथ मिला और साल 1973 में ‘जंजीर’ फिल्म में ‘एंग्री यंग मैन’ की भूमिका को दमदार ढंग से निभाकर उन्होंने इस किरदार को अमर कर दिया. इस फिल्म के बाद ही अमिताभ के रूप में दुनिया को एक सुपरस्टार मिल गया.
लगातार इतनी सुपरहिट
मेहरा ने अमिताभ की प्रतिभा को दुनिया के सामने रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. मेहरा ने अमिताभ के साथ ‘जंजीर’, ‘हेराफेरी’, ‘खून पसीना’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘लावारिस’, ‘नमक हलाल’ और ‘शराबी’ जैसी फिल्में दीं. इनमें से कुछ हिट तो कुछ सुपरहिट रहीं.
शशि कपूर के साथ पहली फिल्म
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में 13 जुलाई 1939 को जन्मे मेहरा ने 1950 के दशक में प्रोडक्शन कंट्रोलर के तौर पर शुरूआत की थी. मेहरा ने वर्ष 1968 में शशि कपूर को लेकर बतौर निर्देशक अपनी पहली फिल्म ‘हसीना मान जाएगी’ बनाई थी. लेकिन उनके करियर का स्वर्णिम दौर 1973 में बनी फिल्म ‘जंजीर’ के साथ शुरू हुआ.
इस सफल फिल्म के जरिये मेहरा ने अमिताभ के रूप में भारतीय फिल्म उद्योग को नया सुपरस्टार दे दिया. इस फिल्म के बाद मेहरा और अमिताभ की जोड़ी ने सात और फिल्में बनाईं जिनमें छह सुपरहिट साबित हुईं. इन फिल्मों ने मेहरा को एक निर्देशक के तौर पर जबकि अमिताभ को एक शानदार अभिनेता के रूप में स्थापित किया. इस जोड़ी की सातवीं फिल्म और अंतिम फिल्म ‘जादूगर’ दर्शकों पर जादू नहीं चला सकी.
मेहरा ने वर्ष 1996 में मशहूर अभिनेता राजकुमार के बेटे पुरू राजकुमार को लेकर ‘बाल ब्रह्मचारी’ फिल्म बनाई, लेकिन यह फिल्म नाकाम रही. बतौर निर्देशक यह उनकी आखिरी फिल्म थी. मेहरा का 17 मई 2009 को मुम्बई में निधन हो गया.