B’day Special: जब टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम उम्र का कप्तान बना था यह खिलाड़ी
नई दिल्ली. हर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर का ख्वाब होता है कि वो अपने खेल में आला मुकाम हासिल करे, अगर अपनी राष्ट्रीय टीम की कप्तानी की बात हो शायद ही कोई कदम पीछे हटाना चाहेगा. जिम्बाब्वे के ततेंदा तायबू (Tatenda Taibu) का ख्वाब भी कुछ ऐसा ही था. 19 जुलाई 2001 को जब उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए पहला टेस्ट खेला था, तब शायद उन्हें भी अंदाजा नहीं रहा होगा की 3 साल बाद ही उन्हें इसी टीम की कमान सौंप दी जाएगी. 2004 में जिम्बाब्वे के कुछ खिलाड़ियों बगावत कर दी जिसका सीधा फायदा तायबू को मिला.
ततेंदा तायबू ने 6 मई 2004 को बतौर कप्तान अपना पहला टेस्ट मैच खेला. वो जिम्बाब्वे के पहले अश्वेत कप्तान बने थे. उस वक्त उनकी उम्र महज 20 साल और 358 दिनों की. उन्होंने सबसे कम उम्र में टेस्ट कप्तान बनने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. इससे पहले भारत के नवाब पटौदी सबसे कम उम्र के टेस्ट कप्तान थे, वो महज 21 साल 77 दिनों में कप्तान बने थे. हालांकि अफगानिस्तान के राशिद खान ने तायबू के इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया. वो 20 साल और 350 दिन की उम्र में अपनी राष्ट्रीय टीम के टेस्ट कप्तान बने थे.
तायबू को जिम्बाब्वे टीम में महान क्रिकेटर एंडी फ्लावर का स्टैंड बाई समझा जाता था, लेकिन बाद में उन्होंने एंडी की जगह हासिल कर ली, उनका क्रिकेट करियर काफी उतार चढ़ाव भरा रहा, क्योंकि उन्हें एक बेहद कमजोर टीम की कमान सौंप दी गई थी, लेकिन 18 महीने में ही उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. साल 2007 में उनकी वापसी हुई और वो जिम्बाब्वे के वनडे टीम में शामिल हुए. साल 2012 में महज 29 साल मे उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया.