B’day Special: ब्रिटेन के वो बॉक्सर जिन्होंने मोहम्मद अली को दी थी जबरदस्त टक्कर
नई दिल्ली. बॉक्सिंग की बात सुनते ही हमारे जेहन में अमेरिका के महान बॉक्सर मोहम्मद अली (Muhammad Ali) का नाम सामने आ जाता है, लेकिन उस दौर में कई दिग्गज आए थे, जिन्होंने इस खेल में अपना लोहा मनवाया था. उन्ही में से एक थे ब्रिटेन के हेनरी कूपर (Henry Cooper). वो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अपने मुल्क के सबसे कामयाब फाइटर्स में एक थे. कई सालों तक उन्होंने ब्रिटिश हेवीवेट का टाइलट अपने नाम किया था. वो अकसर अखबरों की सुर्खियों में मौजूद रहते थे.
हालांकि दुनिया हेनरी की बाकी जीत को नहीं बल्कि उन 2 शिक्सत को याद रखती है, जो उन्हें मोहम्मद अली के खिलाफ हासिल हुई थी. साल 1963 में लंदन के वेंबली स्टेडियम में कूपर और अली के बीच यादगार टक्कर हुई. कूपर ने अली को इतना जबरदस्त मुक्का मारा था, कि अली रिंग के किनारे गिर गए थे. हालांकि अली फिर उठे और अपना हमला वापस शुरू किया. अली ने कूपर की बाईं आंख के नीचे जबरदस्त टक्कर मारी और उन्हें घायल कर दिया. भले ही कूपर ये फाइट हार गए थे, लेकिन 3 साल बाद मोहम्मद अली ने ये माना कि हेनरी को वो मुक्का उनकी जिंदगी का सबसे तगड़ा पंच था.
साल 1966 में हेनरी कूपर और मोहम्मद अली एक बार फिर आमने सामने थे. इस बार मुकाबला लंदन के आर्सेनल स्टेडिम में हो रहा थी. तब अली के खिलाफ कूपर की टक्कर 6 राउंड तक चली. इस बार अली पहले से ज्यादा चौकस थे, शायद वो उस पंच को याद कर रहे थे जो उन्होंने 3 साल पहले खाए थे. अली ने इस मुकाबले में एक बार फिर हेनरी की बाईं आंख के नीचे जोरदार मुक्का मारा और हेनरी को गहरे जख्म दे डाले. टेक्निकल नॉक आउट में मोहम्मद अली को विनर घोषित कर दिया गया.
हांलाकि बाद में हेनरी कूपर और मोहम्मद अली एक अच्छे दोस्त बन गए, कई कार्यक्रम दोंनों एक साथ मुस्कुराते और बीते दिनों के याद करते हुए दिखे. हेनरी कूपर ने 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक में ब्रिटेन को रिप्रेजेंट किया लेकिन उन्हें यहां भी कामयाबी नहीं मिली. उनका ओलंपिक मेडल जीतने का ख्वाब अधूरा रह गया. साल 1959 में वो पेशेवर मुक्केबाज बन गए. 1 मई 2011 को कूपर का निधन हो गया. उनके इंतकाल पर मोहम्मद अली ने कहा था, ‘मुझे अपने दोस्त हेनरी कूपर को बयां करने के लिए लफ्ज कम पड़ गए हैं.’