January 19, 2023
कोल इंडिया लिमिटेड की बड़ी उपलब्धि
मुंबई/अनिल बेदाग. कोल इंडिया लिमिटेड का समग्र उत्पादन, ओवर बर्डन रिमूवल और ओपनकास्ट खदानों के माध्यम से कोयले का उत्पादन का कुल योग, साल 2023 के दिसंबर में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष 2023 में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 18.6 % बढ़कर 1,439 मिलियन क्यूबिक मीटर हो गया। यह प्रगतिशील आधार पर लक्ष्य उपलब्धि का 101 प्रतिशत रहा। राज्य के स्वामित्व वाले कोयला खनन इस महारत्न ने चालू वित्त वर्ष के दिसंबर तक पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 19.2% की वृद्धि दर्ज की गई और लक्ष्य का 101% प्राप्त किया गया।
चालू वित्त वर्ष के दौरान चुनौतीपूर्ण 700 एमटी उत्पादन लक्ष्य का पीछा करते हुए, ओबी हटाने की उच्च मात्रा आने वाले महीनों में कोयले की तेजी से निकासी के रास्ते को आसान बनाती है, क्योंकि कोयले की परतें पहले ही उजागर हो चुकी हैं। सीआईएल ने ओबी से रेत का निर्माण का आरम्भ भी किया है, जो पर्यावरण के अनुकूल तरीके अपनाते हुए कचरे से संपत्ति बना रही है। वर्तमान में, रेत की मांग को रेत के खनन और नदियों के जलमार्गों से निकालने के माध्यम से पूरा किया जाता है जो नदियों के पारिस्थितिकी तंत्र को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण की दिशा में एक प्रयास के रूप में, सीआईएल ने ओवरबर्डन संरचनाओं से रेत को अलग करने के लिए एक अलग सोच अपनाते हुए शुरू की है।
सीआईएल की सहायक कंपनियों द्वारा वर्तमान में संचालित तीन ओबी से रेत रूपांतरण परियोजनाओं ने नवंबर वित्त वर्ष 23 तक 16,643 सीयूएम रेत का उत्पादन किया। कंपनी ६ और प्रोजेक्ट लगाने की योजना बना रही है। सभी 9 संयंत्रों का लक्ष्य पूरी तरह से चालू होने के बाद सालाना 30 लाख घन मीटर रेत का उत्पादन करना है। यह निर्मित रेत को सस्ती दरों पर और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से उपलब्ध कराता है। यह कदम नदी के पारिस्थितिकी तंत्र को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।