गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड की बड़ी उपलब्धि: अपने पहले इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का किया शुभारंभ
यह प्लांट 1000+ कर्मचारियों को प्रत्यक्ष—अप्रत्यक्ष रोजगार देगा, महिलाओं, एलजीबीटीक्यूए+ और दिव्यांगजन समुदायों को सशक्त बनाने पर रहेगा जोर
चेन्नई: उभरते बाजारों की एक प्रमुख एफएमसीजी कंपनी गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) ने तमिलनाडु में चेन्नई के पास चेंगलपट्टू जिले में अपना पहला इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट शुरू किया है। इस प्लांट का उद्घाटन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थिरु एम.के. स्टालिन, नादिर गोदरेज, चेयरपरसन, गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप और जीसीपीएल के सीईओ सुधीर सीतापति ने किया। मुख्यमंत्री श्री एम.के. स्टालिन ने उत्पादन लाइन को शुरू करके प्लांट का संचालन किया, जिसके बाद पहले उत्पादन के रूप में सिंथॉल ओरिजनल साबुन बार का निर्माण हुआ। यह प्लांट की शुरुआत के लिए एक अहम क्षण था।
साल 2024 में, जीसीपीएल ने तमिलनाडु में अपनी अत्याधुनिक निर्माण सुविधा का शिलान्यास समारोह आयोजित किया था। इसमें अगले पांच वर्षों में लगभग 515 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। यह जीसीपीएल द्वारा अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए किया गया अब तक का सबसे बड़ा निवेश है। यह प्लांट 27 एकड़ में फैला हुआ है और इसे केवल 13 महीने में तैयार किया गया है।
प्लांट के उद्घाटन पर नादिर गोदरेज, चेयरपरसन, गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप ने कहा, ‘चेंगलपट्टू प्लांट हमारी कंपनी की नए और टिकाऊ व समावेशी तरीकों से काम करने की सोच को दर्शाता है। यह प्लांट उपभोक्ताओं को बेहतर उत्पाद देने के मिशन के साथ-साथ हमारे कर्मचारियों की भलाई और विविधता पर भी जोर देता है। कर्मचारियों में 50% महिलाएं और 5% कर्मचारी दिव्यांगजनों (पीडब्ल्यूडी) और एलजीबीटीक्यू+ समुदाय से हैं। हमें गर्व है कि हम सभी के लिए समान और सम्मानजनक माहौल बना रहे हैं। गोदरेज में, हम मानते हैं कि उद्योग का भविष्य लोगों को मजबूत बनाने और पर्यावरण की रक्षा करने में है, जिससे सबका विकास हो सके।’
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थिरु एम. के. स्टालिन ने कहा, ‘तमिलनाडु हमेशा से विकास पर ध्यान केंद्रित करता आया है, जिसमें रणनीतिक निवेश, मजबूत बुनियादी ढांचा, रोजगार सृजन और महिलाओं के सशक्तिकरण की अहम भूमिका रही है। चेंगलपट्टू में गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के पहले एकीकृत प्लांट की स्थापना इस यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अपनी इस फैसेलिटी के लिए तमिलनाडु को चुनकर, गोदरेज न केवल राज्य की आर्थिक प्रगति में योगदान दे रहा है, बल्कि ऐसे उद्योगों को भी बढ़ावा दे रहा है जो नवाचार को बढ़ाते हैं, रोजगार के नए अवसर पैदा करते हैं और समाज को सशक्त बनाते हैं। हम मिलकर ऐसा भविष्य बना रहे हैं, जहां विकास और समावेशिता साथ-साथ आगे बढ़ें।’
तमिलनाडु के उद्योग, निवेश प्रोत्साहन और वाणिज्य मंत्री डॉ. टी.आर.बी. राजा ने कहा,‘हमें इस नई फैसेलिटी पर बहुत गर्व है और हम गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने इसे तमिलनाडु में स्थापित किया। यह सुविधा एम.के. स्टालिन के नेतृत्व में द्रविड़ मॉडल विकास के कई महत्वपूर्ण स्तंभों को दर्शाती है। यह एक स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी है, जो तमिलनाडु के उन्नत विनिर्माण को बढ़ावा देने की दिशा में योगदान देती है। इस प्लांट में विविधता, समानता और समावेशिता (डीईआई) को प्राथमिकता दी गई है, जिसमें 50% महिलाएं और 5% कर्मचारी एलजीबीटीक्यूए+ समुदाय और दिव्यांगजनों से होंगे। यह प्रतिबद्धता तमिलनाडु के समावेशी और समान औद्योगिक विकास के दृष्टिकोण से मेल खाती है। इसके अलावा, इस सुविधा को केवल 13 महीनों में चालू कर दिया गया, जो हमारी शासन प्रणाली में तेज और प्रभावी कामकाज को समर्थन की भी बानगी है।’
जीसीपीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ सुधीर सीतापति ने कहा,‘चेंगलपट्टू प्लांट हमारी उत्पादन क्षमताओं में एक क्रांतिकारी बदलाव का लाने वाला है, यह गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का पहला पूरी तरह से इंटीग्रेटेड प्लांट है। इस अत्याधुनिक प्लांट में हमारे कुछ प्रमुख ब्रांड्स जैसे सिंथॉल, गोदरेज नंबर 1, गुडनाइट, गोदरेज एर और गोदरेज एक्सपर्ट हेयर कलर के उत्पाद बनेंगे। हमें उम्मीद है कि यह प्लांट सभी उत्पादन लाइनों के चालू होने के बाद 1,500 करोड़ रुपए का कारोबार करेगा। यह सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग हब नहीं रहेगा, बल्कि नवाचार, उत्पादकता और स्थिरता में भी अहम भूमिका निभाते हुए जीसीपीएल को भविष्य में लगातार सफलता की ओर ले जाएगा। हम तमिलनाडु सरकार की प्रगतिशील और भविष्यवादी दृष्टिकोण के कृतज्ञ हैं, जिसने हमें यह उपलब्धि हासिल करने में सक्षम बनाया है।’
लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए भारत और सार्क क्षेत्र के लिए जीसीपीएल में प्रोडक्ट सप्लाई ऑर्गेनाइजेशन के हेड सौरभ झवर ने कहा,‘यह प्लांट अत्याधुनिक स्वचालन और डिजिटलीकरण से लैस है, जिसमें उच्च गति वाली स्वचालित उत्पादन लाइनें हैं, जो हमारी मौजूदा लाइनों से 2 से 4 गुना ज्यादा तेजी से काम करती हैं, जिससे उत्पादन की क्षमता में काफी सुधार होगा। यह प्लांट इंडस्ट्री 4.0 तकनीकों को अपनाएगा, जिसमें रीयल-टाइम डेटा एनालिटिक्स के लिए आईओटी और प्रक्रियाओं को बेहतर करने के लिए एआई और मशीन लर्निंग का उपयोग शामिल है।’
इस प्लांट ने विभिन्न कार्यों में 1000 से ज्यादा सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से महत्वपूर्ण रोजगार के अवसर पैदा किए हैं, जिससे स्थानीय समुदाय और व्यापार दोनों पर अच्छा प्रभाव पड़ा है। एलजीबीटीक्यू+ समुदाय और दिव्यांगजनों से जुड़े सभी लोगों को मशीन ऑपरेटर जैसी महत्वपूर्ण शॉप-फ्लोर भूमिकाओं के साथ-साथ क्वॉलिटी और इंजीनियरिंग विभागों में भी काम दिया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि वे मुख्य कार्यों में शामिल हो सकें और प्लांट के संचालन में योगदान कर सकें। इस सुविधा का डिजाइन हमारे भविष्य के दृष्टिकोण को दिखाता है, जिसमें जेंडर न्यूट्रल टॉयलेट और दिव्यांगजनों के लिए उपयुक्त बुनियादी ढांचा शामिल है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि हर कर्मचारी समान अवसरों वाले माहौल में अपना काम अच्छी तरह से कर सके।
जीसीपीएल के सस्टेनेबिलिटी गोल्स के अनुसार इस सुविधा को पर्यावरण की रक्षा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है और यह इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) के स्टैंडर्ड का पालन करती है।