अरपा-भैंसाझार परियोजना में करोड़ों के मुआवजा घोटाले में बड़ी कार्रवाई, राजस्व निरीक्षक बर्खास्त

 

 

बिलासपुर: अरपा-भैंसाझार परियोजना में मुआवजा वितरण में भारी गड़बड़ी करने और गलत बटांकन के जरिए करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी में शामिल पाए गए राजस्व निरीक्षक को प्रशासन ने बर्खास्त कर दिया है। इस मामले के सामने आने के बाद बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच के आदेश दिए थे। प्रारंभिक जांच में जब गड़बड़ी की पुष्टि हुई, तो संबंधित राजस्व निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया था।

जांच के दौरान खुलासा हुआ कि राजस्व निरीक्षक, जब वह पटवारी के पद पर था, उस दौरान एक ही भूमि को चार अलग-अलग रकबा दर्शाते हुए मुआवजा प्रकरण तैयार किया। इस हेरफेर के कारण शासन को तीन करोड़ 42 लाख 17 हजार 920 रुपये का सीधा नुकसान हुआ।

घोटाले की सूचना मिलते ही कलेक्टर अवनीश शरण ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मामले की विस्तृत जांच करवाई। जांच में दोष सिद्ध होने के बाद, उन्होंने संबंधित राजस्व निरीक्षक को निलंबित कर दिया। निलंबन के बाद, विभागीय जांच कराई गई, जिसमें भी राजस्व निरीक्षक की अनियमितता स्पष्ट रूप से उजागर हुई।

इसके बाद कलेक्टर ने कार्यालय आयुक्त भू-अभिलेख, छत्तीसगढ़ को पत्र भेजकर दोषी अधिकारी की बर्खास्तगी की अनुशंसा की। मामले की गंभीरता को देखते हुए, भू-अभिलेख आयुक्त ने राजस्व निरीक्षक की बर्खास्तगी के आदेश जारी कर दिए। प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सरकारी धन के दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!