भूपेश बघेल सरकार के जनहितकारी कार्य चमकते सूरज की तरह
रायपुर. भाजपा के कंडील यात्रा पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के जनहितकारी कार्य चमकते सूरज की तरह है। भाजपा की कंडील यात्रा सूरज को दिया दिखाने का प्रयास है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार देश में सबसे सस्ती बिजली और बिजली बिल हाफ योजना का लाभ आम जनता को दे रही है। भाजपा के कंडील यात्रा बुरी तरीका से फेल हो गई जनता का समर्थन नहीं मिला। छत्तीसगढ़ की जनता को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार पर भरोसा है। छत्तीसगढ़ की जनता को पता है ढाई साल तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने बिजली के दरों में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं की है और वर्तमान में हुई बिजली के दरों में बढ़ोतरी का कारण केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार है जिन्होंने कोयला के दामों में 2500 रु. प्रति टन और कोयला के ग्रीन टैक्स जो 50रु. लगता था उसे बढ़ाकर 400 रु. प्रति टन किया है। रेल्वे का कोयला ढुलाई भाड़े में 40 प्रतिशत की वृद्धि की है और डीजल के दामों 300 प्रतिशत की वृद्धि की है इसकी मुख्य वजह बिजली की दरों में बढ़ोतरी होना है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल के रमन शासनकाल में 9 बार बिजली की दरों में बढ़ोतरी की गई 90 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी की गई तब के भाजपा नेताओं को कंडील की याद नहीं आई। भाजपा नेताओं में थोड़ी बहुत नैतिकता बाकी है तो उन्हें केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को कंडील दिखाना चाहिए। जिनके कारण बिजली की दरों में बढ़ोतरी हुई है और भाजपा शासित राज्यों में बिजली की दरों में जो मनमाना वसूली की जा रही है उसे कम कर आना चाहिए। छत्तीसगढ़ में पड़ोसी भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश से 1 रू. 53 पैसा प्रति यूनिट बिजली के दर कम है। बिजली बिल हाफ योजना भी सिर्फ कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में ही लागू है। ऐसे में भाजपा किस मुहँ से बिजली दरों में वृद्धि का रोना रो रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल के रमन शासनकाल में 9 बार बिजली की दरों में बढ़ोतरी की गई 90 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी की गई तब के भाजपा नेताओं को कंडील की याद नहीं आई। भाजपा नेताओं में थोड़ी बहुत नैतिकता बाकी है तो उन्हें केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को कंडील दिखाना चाहिए। जिनके कारण बिजली की दरों में बढ़ोतरी हुई है और भाजपा शासित राज्यों में बिजली की दरों में जो मनमाना वसूली की जा रही है उसे कम कर आना चाहिए। छत्तीसगढ़ में पड़ोसी भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश से 1 रू. 53 पैसा प्रति यूनिट बिजली के दर कम है। बिजली बिल हाफ योजना भी सिर्फ कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में ही लागू है। ऐसे में भाजपा किस मुहँ से बिजली दरों में वृद्धि का रोना रो रही है।