Black Fungus : नहीं निकलवानी पड़ेगी आंख, अगर पहचान लेंगे ‘ब्लैक फंगस’ के ये 5 खतरनाक लक्षण
कोरोना से संक्रमित और रिकवर हुए मरीजों के लिए एक बहुत ही चिंता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ICMR द्वारा दिशा निर्देश जारी किए गए हैं जिसमें फंगल इंफेक्शन और शरीर पर दिखने वाले कुछ लक्षणों को हल्के में आंकना लोगों को भारी पड़ सकता है।
एक तरफ जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं, और तीसरी लहर किसी भी वक्त दस्तक दे सकती है। ऐसे में डरा देने वाली कुछ और समस्याएं भी सामने आ रही हैं। देश के अलग अलग राज्यों के अस्पतालों से एक रहस्यमय संक्रमण के मामले देखे जा रहे हैं।
इसे ब्लैक फंगस बताया जा रहा है। इस संक्रमण की वजह से कोविड मरीजों की स्थिति गंभीर हो रही है। डॉक्टरी भाषा में इसे श्लेष्मा (Mucormycosis) के नाम से जाना जा रहा है। अब तक भारत में 200 के करीब इस ब्लैक फंगस के मामले सामने आ गए हैं। आइए, विस्तार से जानते हैं इस फंगल इंफेक्शन के बारे में।
ब्लैक फंगस को लेकर विशेषज्ञ बताते हैं कि यह तब होता है जब एक बीमार व्यक्ति सांस लेते समय Mucromycetes को अंदर ले लेता है। यह हवा में ही मौजूद होता है और सांस के जरिए अंदर प्रवेश करता है।इसकी वजह से साइनस कैविटी, लंग्स कैविटी, और चेस्ट कैविटी की समस्या होनी शुरू हो जाती है। हालांकि, अब तक यह साबित नहीं हुआ है कि यह कोरोना से ही संबंधित है।
लेकिन जानकार बताते हैं कि ऐसा तब होता है जब एक मरीज पूरी तरह से रिकवर होने के लिए दवाइयों पर ही निर्भर हो जाता है। ऐसे में यह उन लोगों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है जो पहले से ही मधुमेह या किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं।
चेहरे के लक्षण
बाद में इस इंफेक्शन की वजह से कई चेहरे पर घाव भी बन सकते हैं। इसके अलावा कई स्किन से संबंधित कई दूसरी समस्याओं को भी यह इंफेक्शन जन्म दे सकता है।
ब्लैक फंगस कैसे पहचानें
असहनीय सिरदर्द