November 25, 2024

Black fungus : ब्लैक फंगस से बचाव के लिए मुंह की साफ-सफाई पर दें कड़ाई से ध्‍यान, एक्‍सपर्ट ने बताए ये 3 टिप्स

विशेषज्ञों की मानें, तो ब्लैक फंगस बेहद खतरनाक है। इससे बचाव के लिए ओरल हाइजीन बहुत जरूरी है। डेंटिस्ट ने फंगल इंफेक्शन को रोकने के लिए कुछ आसान से ओरल टिप्स शेयर किए हैं।

कोरोनावायरस की दूसरी लहर में वायरस ने ब्लैक फंगस जैसी नई बीमारी को जन्म दिया है। व्यक्ति कोविड से ठीक हो भी जाए, लेकिन इसके बाद भी वह तेजी से फैलने वाले इस संक्रमण का शिकार हो सकता है। इसे म्यूकोर्मिकोसिस भी कहा जाता है। यह एक फंगल डिजीज है, जो आमतौर पर उन रोगियों में देखी जा रही है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान वेंटिलेटर या ऑक्सीजन पर थे और उन्हें लंबे वक्त तक स्टेरॉयड दिया जा रहा था।

इसका इलाज अगर समय रहते न किया जाए, तो ब्लैक फंगस का संक्रमण और भी घातक हो सकता है। लेकिन ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। डेंटिस्ट के अनुसार, तीन सरल ओरल हाइजीन का पालन करके ब्लैक फंगस सहित वायरल और फंगल इंफेक्शन फैलने की संभावना को कम किया जा सकता है।

​मौखिक स्वच्छता की देखभाल जरूरी

आपको बता दें कि कोविड में दी जा रही दवाएं मरीज की प्रतिरक्षा को कमजोर बना रही हैं। यह डायबिटीज और नॉन-डायबिटीज वाले लोगों में भी ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं। इसे फंगस के बढ़ने का मुख्य कारण माना जा रहा है। डेंटिस्ट के अनुसार, चूंकि वायरस मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करते हैं, इसलिए मौखिक स्वच्छता की देखरेख करना बहुत जरूरी है।

​ब्लैक फंगस के लक्षण

ब्लैक फंगस के लक्षणों के बारे में हर किसी को पता होना चाहिए। इससे समय रहते इलाज किया जा सकता है। इसमें ओरल टिशू, जीभ और मसूड़ों का डिस्कलरेशन शामिल है। इसके अलावा इसमें चेहरे पर सूजन, भरी हुई नाक, आंखों के नीचे भारीपन, बेचैनी,बुखार, सिरदर्द और देखने की क्षमता भी प्रभावित होती है।
​ब्लैक फंगस से बचाव के लिए अपनाएं ये 3 ओरल टिप्स

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दिन में दो से तीन ब्रश जरूर करें

कोविड से ठीक होने के बाद भी व्यक्ति को कुछ दिन आराम करने की सलाह दी जाती है। लेकिन कोविड में दी गई दवाएं और स्टेरॉयड मुंह में बैक्टीरिया और फंगस को बढ़ाता है। इससे साइनस, फेफड़े यहां तक कि में भी समस्या पैदा हो सकती है।

शुरुआती अध्ययनों में भी पता चला है कि कोविड-19 के बाद मुंह की सफाई रखना बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों के अनुसार, दिन में दो से तीन बार ब्रश करके और मुंह की सफाई करके मुंह की देखभाल करने से बहुत मदद मिल सकती है।

​कुल्ला करने की आदत डालें

कोविड रोगियों को ब्लैक फंगस का खतरा ज्यादा है। इसलिए मरीज इस बीमारी के प्रभाव से खुद को बचाने के लिए कोविड-19 के ठीक होने के बाद मौखिक स्वच्छता बनाए रखें। डेंटिस्ट कहते हैं कि कोविड के बाद टेस्ट जरूर कराएं। टेस्ट नेगेटिव आने पर सबसे पहले तो अपना टूथब्रश बदल लें और कुल्ला करते रहने की आदत डाल लें।
​टूथब्रश और टंग क्लीनर को बैक्टीरिया फ्री बनाएं

कोविड से रिकवर हुए मरीज को अपनी सभी चीजें घर के अन्य सदस्यों के साथ शेयर नहीं करनी चाहिए। खासतौर से अपना टूथब्रश उस होल्डर में नहीं रखना चाहिए, जहां सब रख रहे हैं। ब्रश और टंग क्लीनर को बैक्टीरिया बनाने के लिए ठीक से साफ करते रहें। विशेषज्ञ एंटीसेप्टिक माउथवॉश से इन दोनों चीजों को साफ करने की सलाह देते हैं।

देश में इससे पहले इस तरह का इंफेक्शन कभी नहीं देखा गया, जितना की दूसरी लहर में देखने को मिल रहा है। इसलिए कोविड रोगी ठीक होने के बाद जरूरत महसूस होने पर मुंह की मेडिकल क्लीनिंग और मौखिक स्वच्छता का विकल्प जरूर चुनना चाहिए।

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