बुलडोजर की बेरहमी – इलाज में जुटे परिवार का घर टूटा, मासूम की मौत, शव लेकर हुआ विरोध प्रदर्शन
मासूम की मौत के बाद भड़का जनआक्रोश
बिलासपुर/अनिश गंधर्व। लिंगियाडीह अपोलो मार्ग में बने घरों को बुलडोजर के दम पर तोड़ा जा रहा है। गरीबों को समय भी नहीं दिया गया। इनमें से एक परिवार का पांच वर्षीय बच्चा गंभीर बीमारी से जूझ रहा था परिजनों ने मकान तोडऩे के लिए कुछ समय की मांग भी की थी। किंतु किसी ने उनकी एक नहीं सुनी। बच्चे का उपचार करने में व्यस्त परिवार के घर को बेरहमी से तोड़ दिया। घर में रखा सारा सामान नष्ट हो गया। इधर उपचार के दौरान मासूम बच्चे ने भी दम तोड़ दिया। इस घटना के विरोध में लिंगियाडीह के सैकड़ों लोगों ने बच्चे का शव लेकर कलेक्टर कार्यालय में जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
आक्रोशित लोगों ने शासन प्रशासन के द्वारा की जा रही कार्रवाई अनुचित बताया है। पीडि़तों ने बताया कि संतोष यादव का पांच वर्षीय पुत्र हिंमाशु यादव गंभीर बीमारी से पीडि़त था इसी दौरान नगर निगम द्वारा तोडफ़ोड़ की कार्रवाई की गई। किसी गरीब के साथ ऐसा करना कहां का न्याय है। कलेक्टर से पीडि़तों ने न्याय की गुहार लगाते हुए तोडफ़ोड़ की कार्रवाई का विरोध किया है। कलेक्टर कार्यालय में मृत बच्चे के शव को लेकर परिजनों ने प्रदर्शन शुरु किया तो अधिकारी कर्मचारी सकते में आ गए आनन-फानन में भारी में पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराने का प्रयास करते रहे।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने अपने आफिस पीडि़तों को बुलाकर मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। गरीबों के मकानों जिसे तरह तोड़ा जा रहा है ऐसी कार्रवाई कभी पूर्व में नहीं हुई। बुलडोजर के दम पर वर्षों से बसे जिन लोगों को हटाया जा रहा है, उनकी समस्याओं पर भी गौर करने की सख्त जरूरत है। लिंगियाडीह में वर्षों से बसे लोगों के घरों को सड़क चौड़ीकरण के नाम से ढहाया जा रहा है, इन लोगों की समस्या को दरकिनार कर दिया गया है। कोई भी राजनीतिक दल के लोग उनका समर्थन नहीं कर रहे है, नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारी किसी एक नहीं सुन रहे हैं। पार्षद दिलीप पाटिल ने नारागजगी जाहिर करते हुए कहा कि गरीबों के साथ राजनीतिक दल के सभी लोगों को सामाना आकर खड़ा होना चाहिए। जिस गरीब जनता ने उन्हें चुना है वे लोग ही पीडि़तों के बुरे समय में काम नहीं आ रहे हैं ऐसे नेताओं के प्रति जनता में रोष व्याप्त है। गरीबों के मकानों को तोडऩे के पूर्व कोई लिखित में सूचना नहीं देना और किसी समस्या को सुने बिना ही बुलडोजर चलाकर तोडफ़ोड़ करने से आम जनता बीच में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है। एकपक्षीय तरीके से सड़क चौड़ी करण के नाम पर कार्रवाई की जा रही है लिंगियाडीह से रपटा चौक तक तोडफ़ोड़ किया जाना है। जिसका विरोध चारों ओर से किया जा रहा है।