क्या ATM मशीन या कैश के लेन-देन से भी फैल सकता है Covid-19?
कोविड-19 का नया स्ट्रेन और भी अधिक खतरनाक है। तमाम लोगों के मन में सवाल है कि यह वायरस सार्वजनिक स्थलों की तमाम सतहों पर भी जमा हो सकता है और संक्रमण को बढ़ावा दे सकता है? इस पर वैज्ञानिकों ने कई शोध किए हैं, जिनमें आपको इस बात का उत्तर मिल सकता है कि किस तरह की सतहों से ये वायरस जमा हो सकता है।
कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों में अब तेजी से उछाल देखा जा रहा है। दिन पर दिन संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इन दिनों कोविड-19 के नए म्यूटेंट ने हर किसी की चिंता और बढ़ा दी है। नए वैरिएंट को ‘डबल म्यूटेशन वायरस’ (Double mutant virus) कहा जा रहा है।
इसी के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए देशभर के तमाम राज्यों में सरकार की ओर से नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। ऐसे हालातों में न सिर्फ आपको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और मास्क पहनना जरूरी है बल्कि अपने वातावरण की साफ-सुथरा रखना भी आवश्यक है। क्योंकि कोविड-19 महामारी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के अलावा सतहों (surfaces) को छूने पर भी फैलती है।
इसलिए हर किसी के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए यात्रा कर रहे हैं तो सतहों के संपर्क में न आएं। जैसे आप बस या मेट्रो से यात्रा कर रहे हैं उनके डंडे, सीट या मिरर को टच न करें। क्योंकि इस पर वायरस जमा हो सकता है।
स्टडी में खुलासा हुआ है जब भी संक्रमित व्यक्ति किसी सरफेस को छूता है तो ये वहां जमा हो जाता है। गौरतलब है कि पिछले साल फरवरी में विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की ओर से भी गाइडलाइन जारी की गई थीं जिनमें ये बात सामने आई थी कि सतह भी COVID-19 का कारण बन सकती हैं। हाल ही में इस मामले पर और भी ताजा शोध हुए हैं जिसके जरिए आप जान सकते हैं कि कोविड सतह से फैलता है या नहीं।
सतहों पर कोविड-19 वायरस को लेकर क्या कहता है ताजा शोध
CDC की नई गाइडलाइन के मुताबिक, सतह से कोविड स्प्रेड के 10 हजार मामलों में से केवल एक ही मामला ऐसा सामने आता है जिसमें कोई इस तरह से कोरोना संक्रमित हुआ हो। इस तरह से संक्रमित सतह से कोरोना फैलने की दर लगभग न के ही बराबर है।
हालांकि, CDC की ताजा रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि संक्रमित सतह को छूने से कोई व्यक्ति इसकी चपेट में नहीं आ सकता है, लेकिन इसकी दर इतनी कम है कि जिसको मानना मुश्किल है।
साथ ही जब आप इससे कॉल पर बात करते हैं तो इसे मुंह और नाक से टच न होने दें। इसी तरह की सावधानी आपको कम्प्यूटर, टैबलेट, लैपटॉप, माउस, की-बोर्ड और अन्य गैजेट्स का उपयोग करते समय भी बरतनी चाहिए। इन्हें भी आप सैनिटाइज करते रहें।