भाजपा का गणित बिगाड़ेगी जातिगत जनगणना: छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में होने हैं चुनाव
मुंबई. बिहार की नीतिश सरकार ने जातिगत जनगणना रिपोर्ट जारी करके हड़कंप मचा दिया है। नीतिश की इस रिपोर्ट के चलते अब समाज में आरक्षण के मुद्दे पर फिर से बहस बढ़ गई है। इसका सीधा असर आगामी दिनों में ५ राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनाव में दिखाई देगा। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में होने वाले चुनाव में भाजपा को जातिगत जनगणना से साफ नुकसान नजर आ रहा है। यहां भाजपा का राजनीतिक गणित बिगड़ता दिख रहा है। इन राज्यों में भाजपा से कई जाति एवं समाज के लोग नाराज होते जा रहे हैं। ऐसे में चुनाव तक भाजपा का वोट बैंक खिसक सकता है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जातिगत जनगणना रिपोर्ट से भाजपा को काफी नुकसान हो सकता है। भाजपा का वोट बैंक धीरे-धीरे खिसकने लगा है। इस चुनाव में भाजपा को झटका लग सकता है। आगामी दिनों में राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होना है। चुनाव में जीत के लिए भाजपा पूरी ताकत झोंक रही है। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों का महागठबंधन ‘इंडिया’ से भाजपा को कड़ी चुनौती मिल रही है। इस रिपोर्ट के जारी होने से भाजपा सकते में आ गई है। भाजपा के पास कोई विकल्प नहीं दिख रहा है कि वह इससे हो रहे नुकसान की भरपाई वैâसे करें? धर्म की राजनीति करनेवाली भाजपा को जातिगत जनगणना से कड़ी चुनौती मिल रही है।
बिहार से निकली जातिगत जनगणना की हवा अब देश के अन्य राज्यों में पहुंचने लगी है। हाल ही में राजस्थान में इसका असर दिखा है। राजस्थान सरकार ने भी जातिगत जनगणना की कराने और रिपोर्ट जारी करने का एलान किया है। उधर, छत्तीसगढ़ ने भी इस पर सकारात्मक रुख अपनाया है। राजस्थान में इसी साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होना है, लेकिन चुनाव से ठीक पहले राज्य की गहलोत सरकार ने एक और बड़ा सियासी दांव खेल दिया है।
राजस्थान सरकार ने बिहार की तर्ज पर अब राज्य में भी जातिगत सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया है। सरकार ने कहा कि सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित सर्वेक्षण कराएगी। राज्य मंत्रिमंडल के निर्णय पर शनिवार देर रात सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग की ओर से आदेश भी जारी कर दिए गए।