Taarak Mehta…’ के ‘चंपकलाल’ पर लगा था ‘जेठालाल’ की बीवी को छेड़ने का आरोप! थाने में हुई थी पेशी
नई दिल्ली. टीवी का चहेता शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) सालों से लोगों का पसंदीदा बना हुआ है. टीआरपी रेटिंग में भी शो टॉप 5 में बना रहता है. लोगों को शो के सभी एक्टर्स खूब पसंद है और सभी की अलग-अलग फैन फॉलोइंग है. इस शो के सभी स्टार्स काफी मंझे हुए हैं और इंडस्ट्री में लंबे समय से टिके हैं. बात करें जेठालाल (Jethalal) यानी दिलीप जोशी (Dilip Joshi) की तो उनकी इंडस्ट्री में अलग ही पहचना है. उन्होंने बॉलीवुड की कई हिट फिल्मों से लेकर कई डेली सोप्स में कमाल का काम किया है. ऐसे में अगर हम कहें कि जेठालाल के बापू जी चंपकलाल गड़ा (Champaklal Gada) भी उनसे कम नहीं है तो आपको हैरानी जरूर होगा.
दिलीप और अमित हैं पुराने साथी
दरअसल, दिलीप जोशी (Dilip Joshi) की तरह ही चंपकलाल गड़ा यानी अमित भट्ट (Amit Bhatt) भी काफी लंबे समय से लोगों को हंसाते रहे हैं. खास बात तो ये है कि दोनों इससे पहले भी एक शो में साथ काम कर चुके है. दिलीप जोशी और अमित भट्ट, कविता कौशिक फेम शो एफआईआर (FIR) का हिस्सा थे. दोनों ने इस शो में लोगों के खूब गुदगुदी की थी. दोनों ही इस शो में अलग-अलग रोल निभाते नजर आते थे, यानी इनका एक फिक्स्ड रोल नहीं था. ये शो की स्क्रिप्ट की डिमांड के साथ अलग-अलग रोल प्ले करते थे. लोगों को इनका ये अंदाज भी खूब भाया था.
मजेदार था अमित का मनचले वाला किरदार
FIR का एक एपिसोड ऐसा भी था जहां अमित भट्ट (Amit Bhatt) एक मनचले की भूमिका में नजर आए थे और शो में दिलीप जोशी (Dilip Joshi) ने थाने में एक छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था. इसी छेड़छाड़ के मामले में अमित भट्ट को कविता कौशिक के थाने में पेश किया गया था, जहां पर ये साबित हो गया था कि अमित भट्ट ने दिलीप जोशी की पत्नी शांति को नहीं छेड़ा था, लेकिन इस एपिसोड में दोनों का लुक और स्टाइल बहुत मजेदार था. आज भी फैंस इसका वीडियो देखकर लोटपोट हो जाते हैं.
एफआईआर में आते थे नजर
बता दें, ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) का शो सालों से चल रहा है. इस शो के आने से पहले दिलीप (Dilip Joshi) एफआईआर (FIR) में साइड रोल्स में नजर आते थे. ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शुरू होने के बाद से दिलीप ने आफआईआर से किनारा कर लिया. ठीक दिलीप की ही तरह शो जेठालाल के बापूजी बने अमित भट्ट (Amit Bhatt) ने भी एफआईआर को अलविदा कह दिया. कुछ सालों बाद एफआईआर भी बंद हो गया.