चांटीडीह मोहल्ला बचाओं समिति ने कलेक्टर व आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
बिलासपुर. चांटीडीह मोहल्ला बचाव समिति चाटीडीह की ओर से आज नगर निगम आयुक्त एवं जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कहा की हम लोग वार्ड क्रमांक 59, शहीद मंगल पाण्डे वार्ड, चांटीडीह, 50-55 वर्षों से झुग्गी घर / मकान बनाकर, रोजी मजदूरी कर, रह रहे हैं। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी व राजीव गांधी के द्वारा हम वार्ड वासियों को पट्टा दिया गया था। इन घरों में हमारी दो से तीन पीढ़ियां एक साथ निवास कर रहीं हैं।
किंतु विगत कुछ वर्षों से प्रशासन द्वारा मुहल्ला खाली करने और मकान तोड़ने का नोटिस दिया जा रहा है। प्रशासन ने बुलडोजर के द्वारा कुछ घरों को तोड़ दिया गया है और बाकी घरों को तोड़ देने की धमकी दी गई है। कुछ वर्ष पहले प्रशासन के द्वारा कहा गया कि आप लोगों को नया आवास बना कर दिया जा रहा है। तब हमें यह नहीं कहा गया कि वह आवास लेने पर आपका यह मकान और यह स्थान छोड़ देना होगा, सरकार हमें हटा देगी और यह जगह हमसे खाली कराया जाएगा। यह नया आवास मोहल्ले के कुछ लोगों ने लगभग 80000 से अधिक रुपए खर्च कर खरीदा है जिसमें परिवार के कुछ हिस्से को हम वहां शिफ्ट कर सकें। अब यह कहा जा रहा है कि जिन्होंने आवास खरीद लिया है, वह यहां से छोड़कर चले जाएं नहीं तो उनका घर तोड़ दिया जाएगा। जो बचे हैं उन्हें भी यहां से खाली कराने को कहा जा रहा है। इस पूरे मोहल्ले को पूरी तरह हटाने की बात की जा रही है।
हमें यहां से क्यों हटाया जा रहा है इसका भी कारण सरकार ने स्पष्ट नहीं किया है। हम लोग आम छत्तीसगढ़ी गरीब निवासी है हमें अपनी जमीन से क्यों बेदखल किए जा रहे हैं ? ये कहा का न्याय है…? हम किसी भी कीमत पर अपना मकान नही छोड़ेंगे, और नगर निगम को सौंपे पिछले ज्ञापन के तर्ज में नगर निगम अधिकारी उपायुक्त के कुछ पट्टे जमा करने की बात पर सेंपल स्वरूप हम 80 से 100पट्टे का प्रति प्रस्तुत भी किए थे। उसके बाद भी जिला एवं नगर निगम मोहल्ले पर बुलडोजर चढ़ा रही है,। एक तरफ राज्य सरकार पूरे राज्य के निवासियों को पट्टा दिए जाने की बात कह रही है वही जिला प्रशासन और नगर निगम अधिकारियों द्वारा मोहल्ला खाली करने की दबाव डालकर बार बार बुलडोजर से मोहल्ले के घरों को तोड़ा जा रहा है.. यह कैसा न्याय है ?