बिरनपुर मामले में मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता दिखाई – कांग्रेस
भाजपा नेता शांति की बहाली में बाधक है
रायपुर. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बिरनपुर की घटना में मृत भुवनेश्वर साहू के परिजनों को दस लाख रू. का मुआवजा तथा उनके परिवार से एक को सरकारी नौकरी देने की घोषणा कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया है। सरकार ने दोषियों पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिये है 11 आरोपी जेल के सीखचों के पीछे है। मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिये है जो भी और दोषी होंगे उन पर कड़ी कार्यवाही होगी।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेता शांति की बहाली में बाधक है। छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दो के दिवालियेपन से जूझ रही है। उसके पास जनहित के लिये उठाने को कुछ बचा नहीं है। इसीलिये भाजपा अब धर्म और सांप्रदायिकता का गंदा कार्ड खेलने के दुष्चक्र में लगी है। कवर्धा में भी ऐसा ही प्रयास हुआ, बिरनपुर की घटना के बाद वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व सांसद दिनेश कश्यप और कमल भंजदेव लोगों को मुस्लिमों-ईसाइयों के बहिष्कार की शपथ दिलवाकर भाजपा की अवसरवादी मानसिकता को प्रदर्शित किये है। इसके पहले भी झूठे धर्मातरण के मुद्दे को लेकर प्रदेश में माहौल बनाने की अनेकों कोशिशे हुई लेकिन राज्य की जनता ने भाजपा के मंसूबों पर पानी फेर दिया। अब भाजपा एक बार फिर धार्मिक विद्वेष भड़काने का गंदा खेल खेलने की कोशिश में है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के नेता भुलावे में है कि सांप्रदायिक और धार्मिक भावना भड़काकर वे राज्य के अपनी खोई राजनैतिक जमीन को फिर वापस पा लेंगे। छत्तीसगढ़ की जनता ऐसे धार्मिक विद्वेष भड़काने वालों के बहकावे के कभी नहीं आने वाली यहां की तासीर में दंगाई लोगो को कोई स्थान नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के किसान हितैषी, युवा हितैषी, मजदूर हितैषी, गोवंश हितैषी एवं छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति, परंपरा, तीज त्योहार को संरक्षित करने की नीति के आगे भाजपा छत्तीसगढ़ में मुद्दाविहीन हो चुकी है। अब भाजपा अपने आदत और शिक्षा के अनुसार धर्म से धर्म को लड़ा कर छत्तीसगढ़ की शांत धरा को अशांत करने का षड़यंत्र कर रही है।