China से निपटने के लिए हिंद महासागर में India ने बढ़ाई ताकत, डरे Pakistan ने रोया ‘क्षेत्रीय स्थिरता’ का रोना
कराची. हिंद महासागर (Indian Ocean) में भारत की बढ़ती ताकत से पाकिस्तान (Pakistan) बुरी तरह घबरा गया है और यह घबराहट उसके बयानों में साफ तौर पर नजर आ रही है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने सोमवार को कहा कि दक्षिण एशिया (South Asia) में किसी भी तरह का सैन्य गतिरोध क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में डाल सकता है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भारत ने हिंद महासागर को परमाणु हथियारों की जद में ला दिया है.
‘Pakistan है अहम पक्षकार’
शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने नौवें अंतरराष्ट्रीय नौवहन सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हिंद महासागर आपसी सहयोग एवं समन्वय के लिए आशाजनक संभावनाएं प्रदान करता है. उन्होंने आगे कहा पाकिस्तान हिंद महासागर सुरक्षा क्षेत्र का अहम पक्षकार है, जिसमें समुद्री डाकुओं के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ मानव तस्करी और नशीले पदार्थों की तस्करी जैसे मुद्दे शामिल हैं. लेकिन भारत ने इस क्षेत्र को परमाणु हथियारों की जद में ला दिया है और वह उन्नत शस्त्र प्रणाली और नौसेना साजो सामान जुटाने में लगा हुआ है.
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से लगाई गुहार
कुरैशी ने कहा कि यह क्षेत्र वैश्विक व्यापार प्रवाह और सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है. हिंद महासागर आपसी सहयोग और समन्वय के लिए आशाजनक संभावनाएं प्रदान करता है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस तथ्य पर ध्यान देना चाहिए दक्षिण एशिया में किसी भी तरह का सैन्य गतिरोध क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में डाल सकता है.
ऐसी है India की तैयारी
चीन की समुद्री चुनौती को ध्यान में रखते हुए भारत ने कई कदम उठाए हैं. नई दिल्ली कूटनीतिक लिहाज से भी ड्रैगन को घेरने की कोशिश कर रही है. भारत ने अमेरिका से P8I निगरानी और हमलावर विमान खरीदा है. भारतीय नेवी पहले ही अपने बेड़े में आठ P-8I एयरक्राफ्ट्स को शामिल कर चुकी है. इसकी रेंज करीब 2200 किलोमीटर है. साथ ही यह 490 नॉटिकल माइल्स या 789 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है. इसके अलावा भारत ने अमेरिका से अत्याधुनिक हेलिकॉप्टर और ड्रोन विमान भी खरीदे हैं. वहीं, कूटनीतिक लिहाज से भारत ने हिंद महासागर के कई देशों के साथ त्रिकोणीय और बहुपक्षीय सहयोग स्थापित किया है. इनमें इंडोनेशिया, आस्ट्रेलिया, सिंगापुर, फ्रांस, मालदीव जैसे प्रमुख देश हैं.