China का Nuclear Plan उजागर : Ballistic Missiles रखने के लिए बना रहा 100 से अधिक Silos, US की नींद उड़ी
वॉशिंगटन. दुनिया पर कब्जे का ख्वाब देख रहे चीन (China) से आई एक खबर ने अमेरिका (America) की चिंता बढ़ा दी है. इस खबर में बताया गया है कि चीन तेजी से मिसाइल क्षमता बढ़ाने में लगा है और इसी के तहत वह उत्तर-पश्चिमी शहर युमेन के पास एक रेगिस्तान में इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों (Intercontinental Ballistic Missiles) के लिए 100 से अधिक नए साइलो का निर्माण कर रहा है. साइलो ऐसे स्टोरेज कंटेनर होते हैं, जिनके अंदर लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें रखी जाती हैं. इसका मतलब साफ है कि बीजिंग की योजना आने वाले दिनों में कई और खतरनाक मिसाइलों के परीक्षण की है.
तेजी से बढ़ेगा Nuclear Arsenal
खबर के अनुसार, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस (Ned Price) ने गुरुवार को कहा कि जेम्स मार्टिन सेंटर फॉर नॉनप्रोलिफरेशन स्टडीज (James Martin Center for Nonproliferation Studies) की रिपोर्ट बताती है कि गांसु प्रांत में बनाए जा रहे 119 साइलो (Silos) परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए चीन के मौजूदा लॉन्च फैसिलिटी के समान हैं. जिसका मतलब है कि चीन के परमाणु शस्त्रागार में अपेक्षा से अधिक तेजी से बढ़ोत्तरी हो सकती है. प्राइस ने कहा कि साइलो का निर्माण चिंता का विषय है और ये चीन की मंशा पर सवाल उठाता है.
इसलिए खतरनाक हैं ये Missiles
इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों को काफी खतरनाक माना जाता है. इसकी कई वजह हैं, सबसे पहले तो इनकी रेंज काफी ज्यादा होती हैं. ये किसी एक महाद्वीप से उड़कर दूसरे महाद्वीप तक हमला कर सकती हैं. इतना ही नहीं, बैलिस्टिक मिसाइलें तो अपनी लॉन्च साइट से उड़कर अंतरिक्ष में यात्रा करते हुए टार्गेट का सफलतापूर्वक खात्मा करने में सक्षम होती हैं. ये मिसाइलें परंपरागत और परमाणु हथियार के साथ मार कर सकती हैं. मौजूदा वक्त में चीन के पास DF-5 और DF-41 जैसी घातक मिसाइलें है, जो अमेरिका तक मार करने में सक्षम हैं. ऐसे में यदि चीन नई मिसाइलें तैयार करेगा, तो यूएस के लिए खतरा और बढ़ जाएगा.
अभी हैं इतने Nuclear Weapons
वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट कहती है कि यदि चीन 100 से अधिक मिसाइल साइलो का निर्माण पूरा कर लेता है, तो इससे उसकी परमाणु क्षमता में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी. माना जाता है कि चीन के पास 250 से 350 तक परमाणु हथियार हैं. एक्सपर्ट्स यह भी मानते हैं कि मौजूदा वक्त में चीन के पास कई ऐसी घातक मिसाइलें हैं, जिनका तोड़ अमेरिका के पास भी नहीं है. ऐसे में यूएस की यह चिंता जायज है.