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कांग्रेस की करारी हार के लिए शहर एवं ग्रामीण अध्यक्ष जिम्मेदार: मनिहार निषाद
बिलासपुर: नगर निगम चुनाव 2025 में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिलने के बाद निष्कासन का दौर चल पड़ा है, इसी कड़ी में वार्ड क्रमांक 42 से देवरीखुर्द के पूर्व सरपंच मनिहार निषाद तथा इशहाक कुरैशी को ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी ने पार्टी से 6 साल के लिये निष्कासन की अनुशंसा की है।
इस पर मनिहार निषाद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिलासपुर जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी के द्वारा गलत टिकट वितरण के कारण कांग्रेस को बिलासपुर में हार का सामना करना पड़ा है। टिकट बंटवारे में जो गुटबाजी और चाटुकारिता विजय केशरवानी ने की है उसका ही परिणाम है कि कई कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत तक जप्त हो गई। गौरतलब हो कि पूर्व में वार्ड क्रमांक 42 से मनिहार निषाद को पार्टी ने टिकट दी थी लेकिन रातों-रात खेला करकर मनिहार निषाद का टिकट काट कर पूर्व में हारे हुए प्रत्याशी ब्रह्मदेव ठाकुर को दे दिया गया जिससे देवरीखुर्द कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं में नाराज़गी आ गई। मनिहार निषाद ने कहा कि टिकट के दावेदारों की लिस्ट में मेरे अलावा अल्ताफ़ कुरैशी एवं इशहाक कुरैशी भी शामिल थे, मुझे टिकट मिलने के बाद सभी एकजुट होकर चुनाव लड़ने की बात भी कही। परंतु जो खेल ऊपर बैठे चाटुकार नेताओं ने किया उससे सभी नाराज़ हो गए। मनिहार निषाद ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी ब्रम्हदेव ठाकुर पूर्व में 2 लोकसभा चुनाव, 2 विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी लेकर पार्टी को सभी बूथ में हारने का काम किया है। 2019 के नगर निगम चुनाव में भी खुद प्रत्याशी बनकर चौथे स्थान पर आकर हार गया था। इस चुनाव में अपनी जमानत तक नही बचा पाया। उक्त प्रत्याशी की व्यक्तिगत छवि भी धूमिल है। शुरूआत में जहां भी इनके लिए वोंट मांगने गए वहां बेज्जती का सामना करना पड़ा। निषाद ने कहा कि इतने चुनाव हारने के बाद भी ऐसी कौन सी ऊपर बैठे नेताओं की कृपा है कि एक ही आदमी को बार बार टिकट दिया गया। टिकट बंटवारे में जिला अध्यक्षों ने चुनाव जीतने वालों को किनारे करकर जी-हूजीरी करने वालों को टिकट बांटा। जो सात वार्डों में प्रत्याशीयों की लिस्ट बदली गई थी वो लगभग सभी चुनाव हार गए।
उसके बाद नैतिकता के आधार पर दोनों जिला कांग्रेस के अध्यक्षों को अपना इस्तीफा दे देना चाहिए था, लेकिन ये अपनी साख बचने के लिए निष्कासन का खेल खेल रहें हैं। मेरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी से विनम्र निवेदन है कि विजय केशरवानी एवं विजय पांडेय तथा पार्टी को लगातार हराने वाले ब्रम्हदेव ठाकुर को तत्काल पार्टी से बाहर किया जाए, नही तो कांग्रेस पार्टी में आम कार्यकर्ताओं के इस्तीफे की झड़ी लग जायेगी।