May 27, 2021
Clay Pot Water in Summer : गर्मी से राहत पाने के लिए पीजिए मटके का ठंडा पानी और पाइए ये 8 अचूक फायदे
गर्मी में आमतौर पर अपनी प्यास बुझाने के लिए लोग चिल्ड पानी की मांग करते हैं। कई दफा आप चिलचिलाती धूप के बाद फ्रिज का पानी पीते हैं और फिर बीमार पड़ जाते हैं। लेकिन वहीं अगर मिट्टी के घड़े का पानी पीते हैं तो न सिर्फ आपके गले को तरावट मिलती है बल्कि इससे इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है।
हम में से कई लोगों के लिए मिट्टी के घड़े या मिट्टी (clay pot) के घड़े या मटके से पानी पीना कोई नई बात नहीं है। भारतीय घरों में मिट्टी के घड़े में पानी भरने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। ग्रामीण इलाकों में आज भी लोग मिट्टी के बर्तन का उपयोग पानी पीने से लेकर खानपान के लिए भी किया जाता है। इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। दरअसल, मिट्टी के बर्तनों में पानी नेचुरल रूप से ठंडा होता है जो हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है।
आयुर्वेद में भी मिट्टी के बर्तनों में पानी रखने और उनमें भोजन पकाने तक के फायदे बताए गए हैं। वर्तमान में भी मिट्टी के घड़े, बोतलें और टेंक तक मौजूद हैं जिसमें पानी को आसानी से स्टोर करके इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी/मिट्टी विटामिन और खनिजों से भरी हुई है। इस प्रकार, बहुत से लोग अभी भी गर्मियों के दौरान प्रशीतित पानी के बजाय मिट्टी के बर्तन में ठंडा पानी पसंद करते हैं। बहरहाल, आज हम आपको मिट्टी के बर्तनों के पानी पीने के कई लाभों के बारे में बता रहे हैं।
नहीं होती कब्ज और खराश की समस्या
आयुर्वेद के अनुसार, मिट्टी के घड़े से पानी पीने के कई चिकित्सा लाभ हैं। लेकिन आज के लोग इस तथ्य से अनजान हैं। बहुत लोगों को पता है कि मिट्टी के घड़े में मृदा के गुण भी होते हैं जो पानी की अशुद्धियों को दूर करते हैं और हमें लाभकारी मिनरल्स प्रदान करते हैं। फ्रिज के पानी की अपेक्षा यह अधिक फायदेमंद है क्योंकि इस पानी में मौजूद खनिजों के कारण पाचन में सुधार करने में भी मदद करता है। इसे पीने से हमें कब्ज और गला खराब होने जैसी समस्याएं नहीं होती हैं।
हम सभी जानते हैं कि प्लास्टिक के कंटेनर में भरा हुआ पानी हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। प्लास्टिक में बिस्फेनॉल ए या बीपीए जैसे जहरीले रसायन (Toxic chemicals) होते हैं, जो हमारी सेहत के लिए ठीक नहीं है। लेकिन मिट्टी के बर्तन में रखा हुआ पानी हर तरह के रसायनों से रहित होता है। इसलिए यह हमारे चयापचय (metabolism) को स्वाभाविक रूप से बढ़ाता है।
मिट्टी के बर्तन का पानी पीने का एक मुख्य लाभ ये भी है कि यह वाष्पीकरण के सिद्धांत के माध्यम से जल को प्राकृतिक रूप से ठंडा करने में मदद करता है। बता दें कि मिट्टी के बर्तन में बहुत सूक्ष्म छिद्र होते हैं जिन्हें हम आसानी से नहीं देख सकते हैं। घड़़े में रखे पानी में जितना ज्यादा वाष्पीकरण होगा, उतना ही ज्यादा वो ठंडा होता है। मिट्टी की झरझरा प्रकृति (Porous nature) न केवल पानी को ठंडा करने में मदद करती है बल्कि इससे हमें और भी कई फायदे हैं। इसका मतलब है कि आपको अपनी प्यास बुझाने के लिए ठंडे पानी की बोतल के लिए फ्रिज पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इसके अलावा, मिट्टी में उपचार के गुण भी होते हैं, जो शरीर को विभिन्न रूपों में लाभ पहुंचाते हैं।
मिट्टी के घड़े के पानी का सेवन करने से आप गर्मी से संबंधित बीमारियों से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। गर्मी के मौसम में सनस्ट्रोक के केस आना बहुत आम हैं, लेकिन पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी के बर्तन के पानी का सेवन इस समस्या से काफी हद तक निपटने में मदद कर सकता है। वहीं चिलचिताली धूप में जब आपका गला सूखे तो मिट्टी के पानी का अपना अलग ही मजा है। घड़े का पानी पीने से गले में कमाल की तरावट आती है।
चूंकि मिट्टी क्षारीय प्रकृति (Alkaline) की होती है, इसलिए यह शरीर में पानी के पीएच संतुलन (pH balance) को बनाए रखने में मदद करती है, जो आपके स्वास्थ्य में सुधार करते हुए गैस्ट्रिक और एसिडिटी से संबंधित समस्याओं को रोकता है।
कोरोना काल में कई लोग इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए कई देसी और फार्मेसी तरीके आजमा रहे हैं। तमाम तरह की हेल्दी ड्रिंक के अलावा अगर आप अपने रूटीन में मिट्टी के बर्तनों में पानी को स्टोर करने की आदत शुमार करें तो कई लाभ हैं। मिट्टी के घड़े का पानी पीने से हमारा इम्यून सिस्टम भी दुरुस्त रहता है। घड़े में पानी स्टोर करने से शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है।
मिट्टी के बर्तन में रखे पानी को पीने से आपका गला हमेशा कोमल होता है। इसे पीने से मिट्टी की सौंधी खुशबू भी आती है। घड़े के पानी का सेवन सर्दी, खांसी और अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए एक भी आदर्श पेय है। कब्ज के अलावा गले से संबंधित समस्याओं को दूर रखने के लिए फ्रिज में ठंडा पानी पीने के बजाय, स्वस्थ मिट्टी के बर्तन का पानी चुनें।
मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग करने से न सिर्फ आप स्वयं लाभान्वित होंगे बल्कि इससे पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने में भी मदद मिलेगी। मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग आप खान-पान में भी कर सकते हैं। विशेषज्ञ माइका कणों वाले बर्तनों का उपयोग करने की सलाह देते हैं जिन्हें मिकेशियस मिट्टी के बर्तन कहा जाता है। माइका एक प्राकृतिक इन्सुलेटर है और यह सुनिश्चित करता है कि पानी लंबे समय तक ठंडा रहे।