दूध वाली चाय से कहीं ज्यादा फायदेमंद है लौंग की चाय, मोटापा घटाने से लेकर ब्लड शुगर तक करती है कंट्रोल
लौंग एक ऐसा मसाला है जो हम सभी के घरों में पाया जाता है। इससे बनी चाय रोजाना पीने से शरीर से ब्लड शुगर, पाचन समस्या और यहां तक कि मोटापा भी दूर होता है। लौंग की चाय को किस विधि से बनाएं और इसके अन्य क्या-क्या लाभ हैं, यहां जानें।
हमारे घरों में ज्यादातर लोग सुबह उठकर दूध या काली चाय पीना पसंद करते हैं। जबकि रेगुलर वाली चाय के बजाए यदि लौंग वाली चाय पी जाए तो उसके स्वास्थ्य लाभ कहीं ज्यादा होंगे। जी हां, हमारे किचन में मौजूद कई मसाले हैं, जिसमें से लौंग का अपना ही महत्व है।
लौंग के सेवन से वजन कम करने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाचन को बढ़ावा देने और अन्य बीमारियों से राहत प्रदान करने में मदद कर सकते हैं। लौंग में विटामिन ई, विटामिन सी, फोलेट, राइबोफ्लेविन, विटामिन ए, थायमिन और विटामिन डी जैसे आवश्यक विटामिन भी होते हैं। आप चाहें तो लौंग को करी बनाते वक्त उसमें प्रयोग कर सकते हैं या फिर चाय बनाते वक्त लौंग के पाउडर को उसमें डालकर लाभ उठा सकते हैं।
- 2 कप पानी
- 4-5 लौंग
- 1/2 इंच दालचीनी
- 1/2 इंच अदरक
- गुड़
- नींबू का रस
बनाने की विधि-
- एक गहरे पैन में पानी डालें और एक उबाल आने दें।
- गैस बंद कर दें, पानी में लगभग 4-5 लौंग, कसा हुआ अदरक और दालचीनी डालें।
- इन सब चीजों को पानी में लगभग 15 से 20 मिनट तक रहने दें।
- एक कप में पानी छान लें और इसमें 1 चम्मच शहद और 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस मिलाएं।
- अपनी मसालेदार हर्बल चाय का आनंद लें।
फैट बर्न करने के मामले में क्या कहता है शोध
इंसुलिन एक हार्मोन है जो आपके रक्त से शर्करा को आपके कोशिकाओं में ले जाने के लिए जिम्मेदार होता है। स्थिर रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने के लिए इंसुलिन का उचित कार्य आवश्यक है। संतुलित आहार के संयोजन में, लौंग आपके ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद कर सकती है।
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लौंग की चाय के साइड इफेक्ट भी जानें
गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को लौंग की चाय लेते वक्त विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए। मसालेदार चाय का अधिक सेवन भी उनके शिशुओं के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। यदि आप इस चाय को पीने के बाद उल्टी और मतली महसूस करते हैं, तो इसे न पिएं। सांस फूलने, बुखार या ठंड लगने की स्थिति में तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श करें।