अरपा उत्थान एवं तट संवर्धन कार्य का कमिश्नर ने किया निरीक्षण
अरपा नदी में बरसो से जमे गंदगी और जगह जगह मिट्टी के परत जम जाने से नदी में आईलैंड बन गए थे.जिसके कारण बरसात के मौसम में भी पानी का भराव और बहाव बेहतर तरीके से नहीं हो पाता। इसके लिए इस प्रोजेक्ट के पहले चरण में सर्वप्रथम सिल्ट को हटाकर नदी के किनारे समतल करने का काम किया जा रहा है। इससे नदी के साथ ही शहर का वाटर लेवल भी रिचार्ज होगा। समतलीकरण के साथ-साथ रिटेनिंग वाॅल का भी काम जारी है.इसके अलावा नदी के किनारे नाला भी बनाया जा रहा है, शहर के गंदे पानी को इस नाले के ज़रिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। कमिश्नर अजय त्रिपाठी अधिकारियों और ठेका कंपनी को समय-सीमा का विशेष रूप से ध्यान रखने का निर्देश देते हुए कहा की सभी काम गुणवत्तापूर्वक समय सीमा के भीतर होने चाहिए तथा जंक्शन प्वाइंट और ड्रेनेज निर्माण के समय विशेष ध्यान रखने को कहा ताकि तकनीकी रूप से यह कार्य एक माॅडल के रूप में जाना जाए।
योजना एक नज़र में
इस पूरे योजना की लागत 93 करोड़ 70 लाख रूपये है। जिसमें नदी के दोनों किनारों पर इंदिरा सेतु से शनिचरी रपटा तक 1.80 किलोमीटर की फोरलेन आधुनिक सड़क बनाई जाएगी। इस सड़क निर्माण से शहर का यातायात सुगम तरीके से संचालित हो सकेगा.नेहरू चौक से शहर के व्यस्ततम गोल बाज़ार-सदर बाज़ार और शनिचरी बाज़ार की तरफ़ जाने के लिए शहरवासियों को एक व्यवस्थित वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा,तो वहीं सरकंडा की ओर भी लोगों को इन जगहों तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त मार्ग की सुविधा मिलेगी। नदी में बनें सड़क का उपयोग करने से शहर में ट्रैफिक का दबाव कम होगा. इस प्रोजेक्ट में नदी के दोनों ओर फोरलेन सड़क में डिवाइडर के साथ साथ सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा.इसके अलावा सड़क की पूरी लंबाई में आकर्षक स्ट्रीट और सोलर लाइट भी लगाई जाएगी। आकर्षक दिशा सूचक बोर्ड,बैठने के लिए बेंच रहेगा। इस कार्य में अरपा के उत्थान के साथ-साथ तट संवर्धन का भी कार्य शामिल है। जिसमें नदी के दोनों ओर तट पर पिचिंग कार्य एवं तट से लगे भूमि पर खूबसूरत लैंड स्कैपिंग कर उद्यान विकसित करने की भी योजना है।