पेगासस स्पाइवेयर मामले में कांग्रेस का 22 जुलाई को राजभवन मार्च
रायपुर. केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा देश के कैबिनेट मंत्री, संवैधानिक पदों पर आसीन अधिकारियों, भारत के सुरक्षा बलों के वर्तमान और पूर्व प्रमुख, विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं, पत्रकारों, वकीलों के सेल फोन की विदेशी कंपनी-पेगासस द्वारा निर्मित एप के माध्यम से अवैध और असंवैधानिक रूप से हैकिंग कर जासूसी किये जाने का खुलासा हुआ है, जो बेहद निंदनीय है। आज के ताजा खुलासे से पता चला है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व उनके कार्यालयीन कर्मचारियों का भी सेलफोन को भी हैक कर लिया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि स्पाइवेयर पेगासस का इस्तेमाल 2019 के संसद के आम चुनावों के दौरान सेल फोन को हैग करने के लिये भी किया जा रहा था। पेगासस स्पाइवेयर और सभी एनएसओ उत्पाद एजेंसियों ने विपक्षी नेताओं, पत्रकारों, वकीलों और कार्यकर्ताओं के फोन हैक करने के लिये स्पाइवेयर खरीदा एवं दुरूपयोग कर प्रजातांत्रिक मूल्यों की हत्या किया है। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक जांच व गृहमंत्री अमित शाह को बर्खास्त किये जाने की मांग को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा देशभर में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया के निर्देशन में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के आदेशानुसार प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा पेगासस स्पाइवेयर मुद्दे को लेकर 22 जुलाई 2021 को दोपहर 12 बजे पत्रकारवार्ता तद्पश्चात दोपहर 1 बजे विरोध स्वरूप राजीव भवन से राजभवन मार्च किया जाएगा।