कांग्रेसियों ने पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

बिलासपुर. ज़िला कांग्रेस कमेटी ( शहर/ग्रामीण ) ने 27 मई को नेहरू चौक में भारत रत्न, आधुनिक भारत के निर्माता, प्रथम प्रधानमंत्री स्व जवाहर लाल नेहरू की पुण्य तिथि मनाई और उनके आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई  ,इस अवसर पर शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा पण्डित नेहरू  ने धर्म निरपेक्षता, सम्प्रभुता ,और लोक तांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ करने ,देश का विकास योजनाबध्द करने के साथ साथ आत्म सम्मान को अक्षुण्य रखते हुए विश्व मे शांति के लिए पंचशील और गुट निरपेक्ष जैसे सिद्धान्तों को प्रतिपादित किया जिसके  कारण पण्डित नेहरू को राष्ट्र निर्माता कहा गया , देश की आज़ादी से नेहरू जी को साम्प्रदायिकता, आंतरिक कलह, आर्थिक विषमताएं ,अशिक्षा, सैन्य , में कमी, जैसे विकट समस्याओ से भरा ताज मिला ,जिसे नेहरू जी ने अपनी योग्यता और काबिलियत से धीमी विकास को गति दी और प्रतजमिक्ता क आधार पर विकास तय किया ,आज देश विकसित राष्ट्र है ,जिसका श्रेय पण्डित नेहरू जी को जाता है , ऐसे महापुरुष को देश उनकी पुण्यतिथि पर नम आंखों से श्रद्धाजंलि अर्पित करती है।
शहर विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि पण्डित नेहरू  एक उदारवादी नेता थे ,जिन्होंने विरोधियों तक को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते थे,यही कारण है कि उन्होंने अपने मंत्री मण्डल में वैचारिक मतभेद होते हुए भी  डॉ भीमराव अंबेडकर, डॉ शयामा प्रसाद मुखर्जी जैसे लोगो को जगह दी ,उन्होंने डॉ आंबेडकर को उनकी योग्यता कोदेखते हुए  संविधान बनाने की बड़ी जिम्मेदारी दी और कानून मंत्री बनाया,जबकि श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उद्योग वाणिज्य मंत्री बनाया,
पण्डित नेहरू उच्च कोटि के लेखक ,वक्ता थे ,जिससे महात्मा गांधी बहुत प्रभावित थे ,देश के प्रति उनकी दृष्टिकोण के कारण ही 1941 में गांधीजी ने नेहरू जी को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित कर दिए थे ।
महापौर रामशरण यादव ने कहा कि पण्डित नेहरू कम संसाधन में बड़ा विज़न लेकर आगे बढ़े और कृषि के लिए बांध ,बड़ी बड़ी परियोजनाएं स्थापित की,आर्थिक विकास और क्रियान्वयन के लिए पंचवर्षीय योजना आयोग का गठन किया,शिक्षा के लिए पांच आईआईटी , 40 से अधिक विश्वविद्यालय खोला, आईआईएम, संचार प्रौद्योकीय, परमाणु ऊर्जा, प्रोद्यौकीय और तकनीक , गांवो को शासन से जोड़ने के लिए पंचायती राज , विश्व मे भारत की विदेश नीति के लिए पंचशील और गुट निरपेक्ष ,साथ ही छत्तीसगढ़ भी उनके विकास से अछूता नही रहा और भिलाई में भिलाई स्टील प्लांट की स्थापना की ,जिसमे छत्तीसगढ़ हजारो युवाओ को नौकरी मिली ,जिसे मिनी इंडिया कहा जाता है ,
 संयोजक ज़फर अली, चन्र्द प्रकाश बाजपेई, अभय नारायण राय,एसएल रात्रे ने कहा कि नेहरू जी का जीवन को तीन खण्डों में देखा जा सकता है ,पारिवारिक पृष्ठभूमि और शिक्षा, आजदी के लिए संघर्ष और प्रधानमंत्री के रूप में ।
 पण्डित नेहरू जी का प्रारंभिक जीवन उथल पुथल से भरा हुआ है ,प्रारम्भिक शिक्षा घर मे और फिर ब्रिटेन से उच्च शिक्षा ,ग्रहण की ,वकालत में मन नही लगा तो आंदोलन में कूद पड़े और होमरूल आंदोलन से जुड़े पर गांधीजी के सम्पर्क में आते ही कांग्रेस में आ गए ,गांधीजी के सभी आंदोलनों में भाग लिए और लगभग 9 वर्ष जेल में बंद रहे,पूर्ण स्वतंत्रता की मांग, लाहौर में तिरंगा फहराना,6 बार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे ,नेहरू जी गांधीजी के कहने पर विदेशी वस्त्रो का त्याग कर खादी पहनना शुरू किए,और देश के प्रथम अंतरिम और पूर्ण कालिक प्रधानमंत्री बने , और देश के विकास के लिए अनेक योजनाओ को लागू किये ।
 कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, महापौर रामशरण यादव, विधायक शैलेष पांडेय, पूर्व विधायक चन्द्र प्रकाश बाजपेयी, अरपा बेसिन उपाध्यक्ष अभय नारायण राय, संयोजक ज़फर अली, एसएल रात्रे आदि उपस्थित थे।

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