कोरोना महामारी ने देश के आर्थिक ,सामाजिक व सांस्कृतिक परिस्थितियों को बदला है : प्रोफेसर मिश्रा
बिलासपुर. अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में आज बजट एवं सामान्य अर्थव्यवस्था विषय पर आभासी माध्यम से संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति अरुण दिवाकर नाथ वाजपेई द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर सुरेंद्र मोर रहे।विशिष्ट अतिथि अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष एमजेपी रोहिलखंड विश्वविद्यालय बरेली ,प्रोफेसर आशुतोष प्रिय जी रहे ।विशेष अतिथि के रुप में प्रोफ़ेसर अखिलेश मिश्रा ,प्राचार्य शंभू दयाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय ,गाजियाबाद उपस्थित थे ।कार्यक्रम के प्रथम चरण में स्वागत संबोधन वाणिज्य एवं वित्तीय प्रबंधन विभाग की सहायक प्राध्यापक व आइक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉक्टर सुमोना भट्टाचार्य द्वारा दिया गया ।कार्यक्रम की अगली कड़ी में विशेष अतिथि प्रोफेसर अखिलेश मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा की सबसे बड़ी देखने की बात यह है कि इस बार का बजट किन परिस्थितियों में आया है ।उन्होंने इंटरनेशनल माइग्रेशन और इमीग्रेशन की बात रखी ।उन्होंने आगे कहा कि देश में रोजगार की स्थिति अच्छी नहीं है ,कोरोना महामारी ने देश के आर्थिक ,सामाजिक व सांस्कृतिक परिस्थितियों को बदला है ।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित प्रोफ़ेसर आशुतोष जी ने बताया कि देश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण की आवश्यकता है ।कौशल विकास में और अधिक काम किए जाने की आवश्यकता है ,साथ ही साथ उन्होंने डिजिटल बैंकिंग की बात भी की ।उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान देश में कई स्वास्थ्य केंद्र खोले जाने की सराहना की ।उन्होंने आगे बताया कि आध्यात्मिकता भी अर्थव्यवस्था को ऊपर ले जाने के लिए आवश्यक है ।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित प्रोफ़ेसर सुरेंद्र मोर जी ने बताया कि ,यह बजट भविष्योन्मुखी है ।देश में पर्यावरण संरक्षण हेतु और भी कई योजनाएं बनाए जाने की आवश्यकता है ।स्वच्छ हवा रोशनी ,स्वच्छता इसके लिए इस बार के बजट में किए गए प्रावधानों में और वृद्धि की जानी चाहिए थी। कार्यक्रम के अगली कड़ी में इस संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे, विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय आदरणीय आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेई जी ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया ।उन्होंने बताया कि घरेलू बचत को बढ़ाए जाने की आवश्यकता है ।हमारे देश की संस्कृति ,बचत व मितव्ययिता पर आधारित है ।यह देखने की आवश्यकता है कि आय में असमानता को कैसे दूर किया जा सकता है। इसके पश्चात वाणिज्य एवं वित्तीय प्रबंधन विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रोफ़ेसर गौरव साहू जी ने सभी अतिथियों का आभार प्रदर्शन किया ।संगोष्ठी का मंच संचालन इसी विभाग की सुश्री सुषमा तिवारी ने किया ।कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों के परिचय का पाठन इसी विभाग की डॉक्टर महेंद्र मेहता ने किया ।कार्यक्रम में वाणिज्य एवं वित्तीय प्रबंधन विभाग कि विभागाध्यक्ष डॉक्टर पूजा पांडे जी विशेष रूप से उपस्थित रही। वाणिज्य एवं वित्तीय प्रबंधन विभाग एवं आइक्यूएसी के संयुक्त संयोजन से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम में वाणिज्य एवं वित्तीय प्रबंधन विभाग के श्री सौरभ पांडे व उज्जवल पुरी गोस्वामी उपस्थित रहे । कार्यक्रम में देश के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से प्राध्यापक वह छात्र छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।