रूप बदलकर कोरोना वायरस मचा रहा कहर, भारत सरकार ने की ये तैयारी
नई दिल्ली. दुनिया वैक्सीन (Vaccine) वाले हथियार से कोरोना वायरस (Coronavirus) की तीसरी लहर (Third Wave) को रोकने की तैयारी कर रही थी लेकिन कोरोना रूप बदलकर और खतरनाक बन गया है. कोरोना के ओमिक्रॉन (Omicron) वैरिएंट (Variant) से दुनिया दहशत में है. ये अब तक के तमाम वैरिएंट के मुकाबले ज्यादा खतरनाक है और ये उन लोगों को भी हो सकता है कि जिन्हें वैक्सीन की डोज लग चुकी है. ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) से मुकाबले के लिए पूरी दुनिया कमर कस रही है. इस नए वैरिएंट को लेकर भारत (India) भी चिंता में है.
इन देशों ने उड़ानों को किया रद्द
साउथ अफ्रीका (South Africa) में तेजी से फैल रहे कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने भारत समेत पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. बिट्रेन (Britain), ऑस्ट्रिया (Austria), कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और नीदरलैंड ने अफ्रीकी देशों से आने वाली फ्लाइट्स पर पाबंदी लगा दी है. अमेरिका, सऊदी अरब, श्रीलंका, ब्राजील, बांग्लादेश और पाकिस्तान समेत कई अन्य देशों ने भी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है.
पीएम मोदी ने की हाई लेवल मीटिंग
वहीं भारत में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक की. दो घंटे तक चली बैठक में पीएम मोदी ने विदेशी उड़ानों में दी जाने वाली ढील की समीक्षा करने के साथ-साथ और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए कई राज्यों ने भी कोरोना नियमों में सख्ती फिर से बढ़ा दी है. नए वेरिएंट की वजह से दक्षिण अफ्रीका से मुंबई आने वालों को क्वारंटीन होना होगा तो वहीं कर्नाटक और दिल्ली ने इससे निपटने के लिए बैठक बुलाई है.
क्यों ज्यादा घातक है ओमिक्रोन वैरिएंट?
कोरोना का ये वैरिएंट इसलिए भी खतरनाक है क्योंकि इसमें 50 से ज्यादा म्यूटेशन हैं. जिसकी वजह से ये काफी तेजी से फैल सकता है इसलिए ओमिक्रॉन को लेकर ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है. दुनियाभर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दहशत के बीच भारत के लिए राहत भरी खबर है. दक्षिण अफ्रीका से बेंगलुरु दो लोग कोरोना संक्रमित तो हुए हैं लेकिन उनमें ओमिक्रॉन वैरिएंट नहीं मिला है. ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए दोनों के सैंपल जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भेज दिए गए थे. दोनों लोगों की रिपोर्ट में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हुई है.
बेंगलुरु रूरल डिप्टी कमिश्नर के श्रीनिवास ने बताया कि 26 नवंबर तक साउथ अफ्रीका से कुल 94 लोग आए हैं, इनमें से दो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मिले. ये दोनों 11 और 20 नवंबर को आए थे. लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के बीच ICMR ने लोगों को सतर्क रहने और जल्द से जल्द वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने की सलाह दी है. डॉक्टरों और एक्सपर्ट्स की राय में कोरोना से बचाव के तरीके, मास्क, सैनिटाइजेशन और भीड़ से दूरी ही बचाव का एक मात्र रास्ता है.