Coronavirus के कारण दिव्यांका त्रिपाठी के भाई को झेलनी पड़ी शेमिंग, गुस्साईं एक्ट्रेस ने यूं बताया सच!
नई दिल्ली. इन दिनों कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण सोसाइटी में इतना खौफ कि अगर कोई बाहर से आए या किसी को जुखाम हो जाए तो लोग उसे संक्रमित घोषित कर देते हैं और उस इंसान के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जैसे वह कोई अपराधी है. ऐसा ही कुछ हुआ है टीवी एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी (Divyanka Tripathi) के भाई के साथ जो एक पायलट हैं और देश विदेश सफर करते रहते हैं. वे जब घर आए तो उन्होंने खुद को सेल्फ क्वारनटीन कर लिया. लेकिन इसके बाद दिव्याकां के भाई को कोरोना शेमिंग का शिकार होना पड़ा. यानी लोगों ने इस बात की अफवाह उड़ा दी कि उनके भाई कोरोना से संक्रमित हैं. लेकिन अब इस हासदे के बाद एक्ट्रेस दिव्यांका काफी दुखी हैं और उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की है.
जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि दिव्यांका त्रिपाठी के भाई ऐश्वर्य त्रिपाठी पेशे से एक पायलट हैं. सोसाइटी का ख्याल रखते हुए ऐश्वर्य ने खुद ही यह निर्णय लिया कि वह सेल्फ आइसोलेशन को फॉलो करेंगे इसिलए उन्होंने दो हफ्तों से क्वारनटीन रखा है हालांकि उनमें कोरोना के कोई भी लक्षण नहीं पाए गए हैं. मगर यह अफवाहें फैल गई कि वे कोरोना संक्रमित हैं. ऐसे में खुद दिव्यांका त्रिपाठी से रहा नहीं गया और अपना दुख एक पोस्ट शेयर करके बताया.
एक्ट्रेस ने एक पोस्ट के साथ लोगों से अपील की है कि इस मुश्किल दौर में वे वह मानवता ना खोएं. कोरोना शेमिंग दिल तोड़ने जैसा है. उन्होंने लिखा है, ‘भोपाल स्थित मेरे निवास पर बोर्ड लगाया गया जो कि जरूरी भी है मगर इसमें ये मेंशन नहीं किया गया कि मेरा भाई कोरोना पॉजिटिव नहीं है. मुझे नहीं पता कि किस किस को कैसी कैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा होगा. आधों को खामखां बीमार घोषित कर दिया जा रहा है तो कुछ को घर से बाहर ही रहने की सलाह दे दी जा रही है. ये कोई नहीं सोच रहा है कि एक इंसान को कितना कष्ट उठाना पड़ रहा होगा.’
इसके आगे दिव्यांका ने लिखा, ‘मेरे पिता अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों तक दवाइयां पहुंचा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ मेरा भाई बिना किसी खौफ के एक देश से दूसरे देश लोगों को उनके घर सुरक्षित पहुंचाने के लिए जाता रहा. कई सारे लोग सरकार की घोषणा के बाद भी दिन रात लोगों की मदद करने में लगे हुए हैं. जबकी उनका परिवार उनकी सलामती की दुआ कर रहा है. आप सभी का फर्ज बनता है कि भले ही आप पर्सनली उन्हें थैंक्स नहीं बोल सकते तो जिस तरह भी बनें उनकी रिस्पेक्ट करना सीखें. उन्हें कम से कम सम्मान के साथ रहने दें.’