Coronavirus: हार्ट पर इस तरह असर डालता है कोविड-19, दिखते हैं ये गंभीर लक्षण

नए रिसर्च के मुताबिक, हृदय रोगों से पीड़ित लोगों में कोविड के कारण मृत्यु का खतरा बढ़ सकता है। आप इन संकेतों से हृदय पर कोविड-19 के प्रभाव को पहचान सकते हैं।

कोरोना वायरस का संक्रमण शरीर को कई तरह से प्रभावित करता है। यह केवल श्वसन रोग ही उत्पन्न नहीं करता बल्कि हृदय से जुड़ी समस्याओं के जोखिम को भी बढ़ाता है। JAMA की एक स्टडी के अनुसार कोविड से उबर चुके लगभग 78% यंग और हेल्दी लोग हृदय रोगों के संकेतों से जूझ रहे हैं।

दरअसल, हृदय रोगों से पीड़ित लोगों के लिए कोविड के कारण मृत्यु का खतरा बढ़ सकता है। चाइना सीडीसी वीकली की एक स्टडी में पाया गया कि COVID से मरने वाले 22% रोगियों को हृदय संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा। आप इन संकेतों से हृदय पर कोविड-19 के प्रभाव को पहचान सकते हैं।

इन लक्षणों पर रखें नजर

ऐसे पुख्ता सबूत भी हैं जो बताते हैं कि ऐसी समस्या कब हो जाती है, अक्सर पता नहीं चल पाता है। हृदय संबंधी समस्याएं संक्रमण के पहले दिनों में भी हो सकती हैं। ये उन लोगों में भी हो सकती हैं जिनमें कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं। इसलिए COVID संक्रमण के दौरान अपने हृदय का ख्याल रखने के साथ समस्या के शुरुआती लक्षणों को पहचानना दोगुना महत्वपूर्ण है।

अधिक थकान

COVID-19 के बाद कार्डिएक डैमेज से पीड़ित लोगों में अधिक थकान और सीने में दर्द की समस्या पायी जाती है। हृदय जब रक्त के प्रवाह को रेगुलेट करने के लिए अधिक देर तक काम करता है, तो इससे अत्यधिक थकान और इरेगुलर हार्टबीट की समस्या उत्पन्न होती है। यह हृदय रोगों का शुरूआती लक्षण है। यदि आपको अधिक थकान महसूस होती है और हृदय गति तेज हो गई हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
हृदय में सूजन

मायोकार्डिटिस या हृदय की मांसपेशियों में सूजन कोविड-19 से जुड़ी एक सामान्य समस्या है। मायोकार्डिटिस हृदय पर वायरस के सीधे प्रभाव के कारण होता है। जिससे शरीर स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला कर देता है। इसके कारण हृदय की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और रक्त का प्रवाह बाधित हो जाता है। फेफड़े और हृदय पर अधिक दबाव के कारण हार्ट फेल हो सकता है।

ऑक्सीजन सैचुरेशन

एक सामान्य समस्या है। जब वायरस शरीर में ऑक्सीजन युक्त रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध करता है, तो हाइपोक्सिया जैसी स्थिति, भटकाव, भ्रम, होंठ या चेहरे पर फफोले हृदय से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। इसके अलावा रक्त का प्रवाह बाधित होने पर सूजन हो सकती है। जिससे हृदय को काम करने में परेशानी होती है। एरिथ्मिया, कनफ्यूजन, बोलने में परेशानी और पसीना आना हार्ट फेल होने के लक्षण हैं।
छाती में दर्द

सीने में दर्द फेफड़े कमजोर होने, सांस लेने में तकलीफ और हार्ट डैमेज के लक्षण हैं। कोविड-19 के मामले में वायरस हृदय में स्वस्थ ऑक्सीजन युक्त रक्त के प्रवाह को रोकता है। इसके कारण हृदय की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और छाती में दर्द या एनजाइना हो सकता है। सीने में दर्द हार्ट अटैक का पहला लक्षण है। इस दौरान बेचैनी, गर्दन या सीने में तेज दर्द भी हो सकता है।
POTS की समस्या

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कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि कोविड के मरीजों को POTS यानी पोस्टुरल ऑर्थोस्टैटिक टैकीकार्डिया सिंड्रोम जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यह तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है, हृदय गति में असंतुलन पैदा करता है और रक्तचाप को असामान्य रूप से बढ़ाता है। टैकीकार्डिया होने पर चक्कर आना, रक्त का प्रवाह कम होना, धड़कन कम होना, कमजोरी, प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। यह दिल की बीमारी के शुरुआती लक्षण हैं। इन लक्षणों को पहचानकर खुद को कोरोना वायरस के संक्रमण और हृदय रोगों से सुरक्षित रखें।

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