जम्मू कश्मीर में शीघ्र चुनाव की मांग, लोकसभा में दो संशोधन विधेयक पेश

नयी दिल्ली. कांग्रेस और टीएमसी सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने मंगलवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव शीघ्र कराने की मांग लोकसभा में उठाई। विपक्ष ने जम्मू कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 और जम्मू कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2023 पर सदन में संयुक्त चर्चा के दौरान सरकार से कहा कि जम्मू कश्मीर में जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा की जाए।

विपक्ष के जम्मू कश्मीर में जल्द चुनाव कराने की मांग पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘आप निर्वाचन आयोग से पूछ सकते हैं, हमसे नहीं। हम तैयार हैं। भाजपा का कार्यकर्ता तैयार है…हम संवैधानिक संस्थाओं के काम में दखल नहीं देते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जब भी आयोग चुनाव की घोषणा करेगा, हम तैयार हैं।’ चर्चा में भाग लेते हुए सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर को लेकर वो लोग सवाल कर रहे हैं जिन्होंने 60-70 साल तक जम्मू-कश्मीर में कानून का दुरुपयोग किया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने सिंह के वक्तव्य के दौरान हस्तक्षेप करते हुए कहा, ‘सबसे ज्यादा कुर्बानियां नेशनल कॉन्फ्रेंस ने दी हैं ताकि भारत के झंडे को ऊंचा रखा जा सके।’

द्रमुक सांसद ने खड़ा किया विवाद लोकसभा में द्रविड मुनेत्र कषगम के एक सदस्य ने मंगलवार को हिंदी पट्टी के राज्यों को ‘गौमूत्र राज्य’ कह कर विवाद खड़ा कर दिया। भाजपा के नेताओं ने द्रमुक पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछा कि क्या वह उत्तर भारतीयों के खिलाफ अपने सहयोगी दल के बयानों से सहमत हैं। जम्मू कश्मीर विधेयकों पर चर्चा में भाग लेते हुए द्रमुक के डीएनवी सेंथिलकुमार ने कहा, ‘इस देश की जनता को सोचना चाहिए कि भाजपा की चुनाव जीतने की शक्ति केवल हिंदी पट्टी के राज्यों में है जिन्हें हम आमतौर पर गौमूत्र राज्य कहते हैं।…आप (भाजपा) दक्षिण भारत में नहीं आ सकते। आप देख लीजिए कि केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में चुनाव परिणाम क्या आया। हम वहां बहुत मजबूत हैं।

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