बैन के बावजूद नहीं माने लोग, जमकर जले पटाखे, दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण जानलेवा स्तर पर
नई दिल्ली. दिल्ली सरकार द्वारा पटाखों पर बैन लगाने के बावजूद लोग नहीं माने और जमकर आतिशबाजी की. इसका परिणाम ये हुआ कि आज दिल्ली-NCR की हवा की गुणवत्ता गंभीर स्थिति में पहुंच गई है. गुरुवार को दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों का आसमान धुएं के गुबार से ढंक गया. शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया. ऐसे में अगर आप भी आज घर से बाहर निकलने की सोच रहे हैं तो जरा रुकें. बहुत जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलें.
खतरनाक हुई दिल्ली-NCR की हवा
दिल्ली में कई इलाकों में AQI खतरनाक श्रेणी में पहुंच चुका है. जिसमें अक्षरधाम भी शामिल है. आलम ये है कि अक्षरधाम मंदिर जो कल तक नजर आ रहा था वो आज स्मॉग की वजह से दिखाई नहीं दे रहा है. यहां AQI 810 और पीएम 2.5 है. कल इस क्षेत्र में AQI 300 से 400 के बीच बना हुआ था. फिलहाल स्थिति बहुत खतरनाक है. इसके अलावा मंदिर मार्ग में AQI 818, आनंद विहार में 709, पुसा में 999 रिकॉर्ड किया गया. बता दें कि जब एक्यूआई मापा जाता है, उसमें अधिकतम 999 ही रिकॉर्ड किया जा सकता है, इससे अधिक का AQI में विकल्प नहीं है.
धड़ल्ले से पटाखे जलाने के चलते गुरुवार को रात नौ बजे के बाद दिल्ली के पड़ोसी शहरों फरीदाबाद में AQI 424, गाजियाबाद में 442, गुरुग्राम में 423 और नोएडा में 431 दर्ज किया गया, जोकि ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है. दिल्ली और इसके आसपास के कई क्षेत्रों के लोगों ने गले में खराश और आंखों से पानी आने की शिकायतें कीं.
पटाखे जलाने से बाज नहीं आए लोग
बता दें कि दिल्ली में एक जनवरी 2022 तक पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद दक्षिण दिल्ली के लाजपत नगर, उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी, पश्चिमी दिल्ली के पश्चिम विहार और पूर्वी दिल्ली के शाहदरा में शाम सात बजे से पटाखे जलाए जाने के मामले सामने आए. वहीं, गुरुग्राम और फरीदाबाद में हाई इंटेंसिटी के पटाखे जलाए गए. हरियाणा सरकार ने भी दिल्ली से सटे क्षेत्रों समेत 14 जिलों में पटाखे की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाया था.