भूपेश सरकार का डे भवन को स्वामी विवेकानंद स्मारक के रूप में विकसित किया जाना स्वागत योग्य
रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा स्वामी विवेकानंद की रायपुर से जुड़ी स्मृतियों को चिर स्थायी बनाने कालीबाड़ी स्थित डे भवन को राष्ट्रीय स्तर के अनुरुप स्वामी विवेकानंद स्मारक बनाये जाने के निर्णय का कांग्रेस ने स्वागत किया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने लंबे समय तक रायपुर में निवास किया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा डे भवन को स्वामी विवेकानंद स्मारक के रूप में विकसित किया जाना प्रशंसनीय है। पूर्व रमन सरकार की संघी की सोच की वजह से स्वामी जी का तत्कालीन निवास डे भवन विवेकानंद स्मारक नहीं बन पाया था। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी की राज्य में सरकार रही है। दुर्भाग्य की बात है उस दौरान छत्तीसगढ़ आए महान विभूतियों से संबंधित स्थलों को संरक्षित करने स्मारक बनाने के लिए किसी प्रकार से काम नहीं किया गया था। स्वामी विवेकानंद भी भाजपाईयो के लिये सिर्फ भाषण तक ही सीमित रहे।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व की रमन सरकार की संघी सोच में नकारात्मकता भरी हुई थी इसीलिए प्रदेश के महान विभूति हो या राष्ट्रीय स्तर की महान विभूतियों के राज्य से जुड़ी स्मृतियों को संरक्षित करने के लिए किसी प्रकार से काम नहीं किया गया था बल्कि 15 साल में रमन सरकार संधियों की चाटुकारिता करने में व्यतीत कर दिया और उन लोगों को महिमामंडित करने का प्रयास किया जिनका राज्य के निर्माण में राष्ट्र के निर्माण में कोई योगदान नहीं रहा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के महान विभूतियों एवं अन्य प्रदेशों से छत्तीसगढ़ आये महान विभूतियों से संबंधित स्थलों को संरक्षित करने यादगार बनाने बीड़ा उठाये है। स्वामी विवेकानंद जी जो युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं जिन के मार्ग में चलकर युवा एक नई दिशा और नई ऊर्जा के साथ राष्ट्र की सेवा करने की प्रेरणा लेते हैं रायपुर में बनने वाला विवेकानंद स्मारक विश्व का सोलवा स्मारक होगा अमेरिका में दो स्मारक हैं और भारत में 13 स्मारक हैं और रायपुर में बनने वाला स्मारक राष्ट्रीय स्तर का होगा जहां विवेकानंद जी के द्वारा रायपुर में बिताये समय उनके दस्तावेज उनकी चित्र का प्रदर्शन होगा।