November 25, 2024

Digvijay Singh का RSS पर विवादित बयान, बोले- नफरत का बीज बोते हैं सरस्वती शिशु मंदिर


भोपाल. अपने विवादित बयानों के लिए चर्चित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने फिर से विवाद पैदा करने वाली बात कही है. अबकी बार उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की ओर से संचालित सरस्वती शिशु मंदिरों (Saraswati Shishu Mandir) के खिलाफ विवादित बयान दिया है.

‘सरस्वती शिशु मंदिर बोते हैं नफरत का बीज’

दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा, ‘सरस्वती शिशु मंदिर (Saraswati Shishu Mandir) बचपन से लोगों के दिल और दिमाग में दूसरे धर्मों के खिलाफ नफरत का बीज बोतें है. वही नफरत का बीज धीरे-धीरे आगे बढ़कर देश में सांप्रदायिक सदभाव को बिगाड़ता है. सांप्रदायिक कटुता पैदा करता है, धार्मिक उन्माद फैलाता है और फिर देश में दंगे फसाद होते हैं.’

‘मदरसों के बारे में बोलें दिग्विजय सिंह’

वे शनिवार को भोपाल के नीलम पार्क में एक विरोध प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे. इस बयान का वीडियो रविवार को सामने आया, जिसके बाद बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को मदरसों के बारे में बोलना चाहिए. वहां पर आतंकवाद को पैदा किया जाता है और मानवता को कुचला जाता है.

‘सरस्वती शिशु मंदिर देश भक्ति की पाठशाला’

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने ट्वीट कर कहा, ‘दिग्विजय जी, सरस्वती शिशु मंदिर (Saraswati Shishu Mandir) के बच्चे रोज प्रार्थना करते हैं- एक प्रार्थना हे जगदीश्वर, नित्य तुम्हारे चरणों में, लग जाए तन-मन मेरा, मातृभूमि की सेवा में. सरस्वती शिशु मंदिर देश भक्ति की पाठशाला हैं. इन पर उंगली केवल मतिभ्रम का शिकार व्यक्ति ही उठा सकता है.’

उन्होंने आगे लिखा, ‘दिग्विजय जी (Digvijay Singh) आतंकवादी ओसामा के नाम के साथ ‘जी’ लगाना, आतंकी जाकिर नाइक को ‘शांतिदूत’ बताना, बाटला हाउस एनकाउंटर को झूठा बोलकर इंस्पेक्टर मोहन शर्मा की शहादत को अपमानित करना, सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगना. ये सब कांग्रेस की किस पाठशाला में पढाया जाता है, देश जानना चाहता है.’

‘मदरसों में पैदा किया जाता है आतंकवाद’

बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा, ‘दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) को मदरसों के बारे में बोलना चाहिए, जहां आतंकवाद को पैदा किया जाता है और मानवता को कुचला जाता है. बंद करना है तो मदरसों को करो, इनकी तालीम को करो, जहां से अलगाववाद फैलता है, जहां से वैमनस्यता फैलती है.’ उन्होंने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिरों (Saraswati Shishu Mandir) में राष्ट्रप्रेम, धर्म प्रेम, स्नेह भाव, बंधुत्व और प्यार है. सबको साथ लेने की क्षमता है.’

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