मां शाकंभरी जयंती महोत्सव में शामिल हुए जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा
बिलासपुर. ग्राम पंचायत फरहदा में मरार (पटेल) समाज के द्वारा आयोजित माँ शाकंभरी जयंती महोत्सव में जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा शामिल हुए उन्होंने पूजा अर्चना कर समाज के उन्नति,प्रगति के साथ ही सभी के सुखद व मंगलमय जीवन की कामना की।
जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने संबोधित करते हुए कहा कि माता शाकंभरी मां दुर्गा के ही अनन्य रूपों में से एक हैं जिनका अवतरण सृष्टि पर अकाल को दूर करने और खुशहाली लाने के लिए हुआ था। मां दुर्गा के इस सौम्य स्वरूप को शताक्षी के नाम से भी जाना जाता है। जब सृष्टि पर भीषण अकाल पड़ा था। तब अपने भक्तों को इस विकराल समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए शाकंभरी देवी ने अवतार लिया था। वैदिक कथाओं में बताया गया है कि मां के आंखो से अश्रु के रूप में पानी की धाराएं बहने लगी थी। उसी पानी से सृष्टि में पुनः हरियाली आ गई थी और पटेल समाज भी छत्तीसगढ़ प्रदेश में माटी पुत्र की तरह ही कार्य करके उन्नत और आधुनिक कृषि करके अनाज फल सब्जी के उत्पादन के लिए जाने जाते हैं।
महिलाओं ने निकाली कलश यात्रा
मां शाकंभरी जयंती के अवसर पर ग्राम पंचायत फहरदा में कलश यात्रा निकालकर पूरे गांव का भ्रमण किया गया इसमें पटेल समाज की महिलाओं ने अपनी अग्रणी भूमिका निभाई इसके पश्चात पटेल भवन में पूजा अर्चना के बाद समाजिक भोज ग्रहण कर कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत सरपंच रघु पटेल, दिनेश पटेल,भगत पटेल,संतोष पटेल,जोगेश्वरी पटेल,अंबिका पटेल,गंगोत्री पटेल व समाज के प्रबुद्ध जन उपस्थित थे।