जनपद पंचायत मस्तूरी का मामला: भ्रष्टाचार करने वाले रोजगार सहायक को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग

 

बिलासपुर/अनिश गंधर्व। मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम पंचायत हिर्री में भारी पैमाने में किए गए भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर कार्यालय में की थी। 6 माह पूर्व किए गए शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सहायक द्वारा मनरेगा में आवास योजना, खेत समतीकरण और फर्जी मस्टर रोल बनाकर लाखों रुपए का घोटाला किया गया। इस मामले में पंचायत के प्रतिनिधियों ने प्रस्ताव पारित कर रोजगार सहायक सीताराम साहू को हटाने संबंधित अधिकारियों से शिकायत की है। मस्तूरी जनपद ने इस गंभीर अनियमितता के मामले की जांच के लिए दो अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई थी। 27 सितंबर को ग्राम पंचायत भवन हिर्री में ग्रामीण और जनप्रतिनिधि उपस्थित हुए किंतु इस बार भी प्रशासनिक लाचारी सामने आई। न तो यहां कोई अधिकारी पहुंचे और न ही भ्रष्टाचार करने वाला रोजगार सहायक। पंचायत के प्रतिनिधियों ने जनपद के अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाया है।

 

पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि रोजगार सहायक द्वारा विभिन्न कार्यों में अनियमितता पाई गयी तथा जाँच में सही पाया गया कि रोजगार सहायक द्वारा प्रधानमंत्री आवास, नाली निर्माण, तालाब गहरीकरण, भूमी समतलीकरण व मेढ़ बंधन कार्य में भ्रष्टाचार किया गया तथा जो व्यक्ति काम में भी नहीं जाता है उनका भी फर्जी मस्टर रोल निकालकर फर्जी हाजरी भरा गया एवं कई कृषक ऐसे भी है। जिनका भूमी समतलीकरण व बंधन कार्य हुआ लेकिन आज बोर्ड नहीं बनाया गया और राशि आहरण कर लिया गया। भूमि समतलीकरण व मेड़ बंधन कार्य में कृषक रामायण / श्यामलाल के खेत में कार्य हुआ जिसमे रोजगार सहायक द्वारा 14 व्यक्तियों का फर्जी हाजरी भरकर राशि आहरण किया गया। बांधा तालाब में रोजगार सहायक दवारा 04 प्रकार के मजदूरी दर निर्धारित किया 1502, 1762,2002,2212 किसी मजदूर को 150? किसी मजदूर को 176र पंच व सेंट को 200? फर्जी हाजरी 2212 में भरा गया इससे यह स्पष्ट होता हैं की रोजगार सहायक मनरेगा में बहुत भ्रष्टाचार किया। रोजगार सहायक द्वारा की जा रही अनियमितता के मामले में आज तक ठोस कार्रवाई नहीं की गई जिससे उसका हौसला बुलंद है।

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