रोज करें आकर्ण धनुरासन, शरीर को मिलेंगे ये 7 जबरदस्त फायदे, जानें विधि
आज हम आपके लिए लेकर आए हैं आकर्ण धनुरासन के फायदे. इस आसन का नियमित अभ्यास करने से आपका शरीर लचीला बनता है. साथ ही कई दूसरे फायदे भी आपको मिलते हैं. इसका अभ्यास 20 सेकेंड तक करने की सलाह दी जाती है.
आकर्ण धनुरासन क्या है
आकर्ण धनुरासन, संस्कृत भाषा का शब्द है. आकर्ण धनुरासन को अंग्रेजी में Archer pose, Bow and Arrow pose, or Shooting Bow pose भी कहा जाता है. इस आसन को करते समय शरीर बाण को कान तक खींचकर खड़े धनुर्धारी या तीरंदाज की मुद्रा बनाता है. इससे शरीर को कई तरह के लाभ मिलते हैं.
आकर्ण धनुरासन करने के फायदे
1. कोर मसल्स को मजबूत करने में मदद करता है.
2. पाचन संबंधी समस्याएं दूर करने में मदद करता है.
3. पैरों की मांसपेशियों को स्ट्रेच करके मजबूत करता है.
4. पुरानी कब्ज की समस्या को ठीक करने में मदद मिलती है.
5. सांस संबंधी और फेफड़ों की पसलियों में आराम मिलता है.
6. इसके अभ्यास से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से होता है.
7. अगर नियमित इसका अभ्यास किया जाए तो शरीर में लचीलापन बढ़ता है.
आकर्ण धनुरासन करने की विधि
- सबसे पहले आप योग मैट पर आराम से बैठ जाएं.
- इस दौरान सिर, कंधे और पीठ एकदम सीधे रहेंगे.
- अब हथेलियों को जांघों पर रखें और गहराई से सांस लें.
- दाहिने हाथ को दाहिने पैर के बड़े अंगूठे की ओर ले जाएं.
- इस दौरान आपको अपने दाहिने पैर को सीधा रखना होगा.
- अब पैर के अंगूठे को पकड़ें और दाहिने पैर को चेहरे की ओर खींचें.
- बाएं हाथ से अपने बाएं पैर के बड़े अंगूठे तक पहुंचने के लिए नीचे की ओर झुकें.
- इस दौरान आपका बायां पैर जमीन पर मजबूती से टिका रहना चाहिए.
- अब दाहिने पैर को दाहिने हाथ से चेहरे के सामने दाहिने कान की ओर ले जाएं.
- जब बाएं पैर को दाहिने हाथ से उठाएं तो सांस छोड़ते हुए गहरी सांस लें.
- आकर्ण धनुरासन करते समय अपने धड़ और गर्दन को सीधा रखें.
- 20 सेकंड के लिए धनुष की स्थिति में रहें.
- अब सांस छोड़ते हुए अपनी मूल स्थिति में लौट आएं.
- दोहराव के लिए बाएं पैर और दाहिने पैर के साथ आकर्ण धनुरासन को करें.
- हर पैर के साथ कम से कम दो बार इस आसन को दोहराएं.
आकर्ण धनुरासन के दौरान बरतें ये सावधानियां
- शरीर में किसी भी तरह की असुविधा होने पर इस आसन का अभ्यास न करें.
- इस आसन का अभ्यास करते वक्त कभी भी कंधे या घुटनों पर दबाव न डालें.
- हमेशा ध्यान दें कि वॉर्मअप कर लिया हो और कोर मसल्स एक्टिव हो चुकी हों.
- पहली बार ये आसन योग गुरु की देखरेख में ही करें.