जानलेवा पिच की वजह से सिर्फ 62 गेंदों में ही खत्म हो गया था ये मैच, लहूलुहान हो गए थे बल्लेबाज

नई दिल्ली. क्रिकेट के इतिहास में एक ऐसा भी टेस्ट मैच खेला गया था जो सिर्फ 62 गेंदों में ही पूरा हो गया. भयानक पिच की वजह से इस टेस्ट मैच को इसलिए रद्द करना पड़ा, क्योंकि बल्लेबाजों की जान मुश्किल में दिखाई दे रही थी. बल्लेबाज इस खतरनाक पिच पर बैटिंग करते हुए लहूलुहान हो गए थे और अपनी जान बचाते दिख रहे थे.

जान बचाते दिखे बल्लेबाज

टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) के इतिहास में सबसे छोटा टेस्ट मैच 1998 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच खेला गया था. इस टेस्ट मैच की मेजबानी वेस्टइंडीज कर रही थी, जिसके चलते ये मुकाबला सबीना पार्क स्टेडियम में खेला जा रहा था. मेहमान टीम इंग्लैंड ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का निर्णय किया था, लेकिन पिच काफी जानलेवा हो गई थी. इंग्लैंड के बल्लेबाज खूनम खून हो गए थे.

जान बचाने के लिए मजबूर हुए बल्लेबाज 

इंग्लैंड की तरफ से कप्तान माइक अर्थटन और विकेटकीपर बल्लेबाज एलक स्टीवर्ट बल्लेबाजी करने आए. वेस्टइंडीज उस जमाने में अपनी खतरनाक गेंदबाजी के लिए काफी जाना जाता था. वेस्टइंडीज की ओर से कर्टली एंब्रोस और कर्टनी वॉल्श गेंदबाजी करने आए. इन दोनों गेंदबाजों ने जब गेंदबाजी करना शुरू की तो इंग्लैंड के दोनों सलामी बल्लेबाज बौखला गए. तेज रफ्तार वाली गेंदों ने दोनों ही बल्लेबाजों को जान बचाने के लिए मजबूर कर दिया.

पिच काफी जानलेवा हो गई थी

दरअसल, सबीना पार्क स्टेडियम की पिच पर उस दिन एक अलग तरह का उछाल था और एक अलग प्रकार की गति थी. ज्यादा उछाल होने की वजह से गेंद सीधा बल्लेबाजों के शरीर पर जाकर लग रही थी. तेज रफ्तार से गेंद आकर सीधा गेंद इंग्लैंड के बल्लेबाजों के जिस्म पर लग रही थी. जिससे सलामी बल्लेबाज समेत अन्य खिलाड़ी भी काफी चोटिल हो गए थे. पिच काफी जानलेवा हो गई थी. इंलिश बल्लेबाज लुहलुहान हो गए थे.

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