नदी किनारे डंप की हुई रेत बरसात के मौसम में चार-छह गुना रेट में बेचे जाने की आशंका
बिलासपुर. अरपा नदी के पुराने पुल से इंदिरा से सेतु तक नदी के दोनों ओर चौड़ी-चौड़ी सड़कों का निर्माण और सौदर्यीकरण जब होगा.. तब होगा..! लेकिन इस काम में लगे ठेकेदार ने तात्कालिक रूप से नदी से सिल्ट के नाम पर रेत निकाल-निकाल कर उसकी जमाखोरी करने का गोरखधंधा शुरू किया गया है। सुबह से देर रात तक ठेकेदार की गाड़ियां नदी से सिल्ट के बहाने रेत निकाल कर पचासों गाड़ी रेत नदी किनारे डंप की जा रही है। पर्यावरण के नियम के मुताबिक किसी भी पुल के दोनों ओर 100 मीटर तक खुदाई नहीं होनी चाहिए। लेकिन तिलक नगर में नदी किनारे स्मार्ट सिटी की रोड और सौन्दर्यीकरण के नाम पर ठेकेदार द्वारा अरपा नदी के पुराने पुल और इंदिरा सेतु के ठीक पास काफी गहराई तक खुदाई कर रेत निकाली जा रही है।
इस खुदाई का हाल यह है कि ठेकेदार के द्वारा पुराने पुल के पास तीन पायों के नीचे से इतनी बड़ी मात्रा में रेत निकाली जा चुकी है कि वहां बड़े और गहरे गड्ढे हो गए हैं। इसी तरह इंदिरा सेतु के किनारे भी पुल के पायो के पास खुदाई कर रेत निकाली जा रही है। और इस रेत को नदी किनारे डंप कर रेत का ढेर बनाया जा रहा है। जिससे बाद में ठेकेदार द्वारा अपने ही काम में इसका उपयोग किया जा सके अथवा बरसात के दौरान भारी कीमत पर ब्लैक में बेचा जा सके।। आज नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी तथा तिलक नगर के पार्षद राजेश सिंह ने मोहल्ले वासियों के साथ,सड़क निर्माण में लगे ठेकेदार द्वारा की जा रही रेत की अवैध सौदागिरी का आज जमकर विरोध किया गया। मामले की जानकारी पाकर खनिज विभाग तथा प्रशासन के कुछ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। लेकिन पूरे बिलासपुर में यह बात उजागर हो चुकी है कि यहां का खनिज विभाग सरकार के हित में काम ना कर खनिज ठेकेदारों की तिजोरी का गुलाम होकर रह गया है। श्री राजेश सिंह ने कहा है कि यदि इस बार की चेतावनी और विरोध के बावजूद अगर नदी में से सिल्ट के नाम पर दोनों पुलों के इर्द-गिर्द गड्ढे कर रेत निकालने का खेल चलता रहेगा तो उसका जबरदस्त विरोध किया जाएगा।
तुरकाडीह पुल के समान क्षतिग्रस्त हो सकते हैं अरपा के दोनों पुल
नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष तथा भाजपा नेता श्री अशोक विधानी एवं तिलक नगर के भाजपा पार्षद श्री राजेश सिंह ने बताया कि ठेकेदार द्वारा रेत से मनमानी कमाई करने के लिए सिल्ट निकालने के नाम पर नदी के पुराने पुल और इंदिरा सेतु दोनों के बिल्कुल पास गहराई तक खुदाई की जा रही है। इसे दोनों ही पुलों के स्ट्रक्चर कमजोर हो सकते हैं। भाजपा नेताओं ने कहा कि तुरकाडीह और कोनी के बीच अरपा नदी में बने पुल के मामले में यही गलती की गई थी जिसके कारण पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर काम के लायक नहीं रह गया था। तिलक नगर में नदी के बीचो-बीच और अरपा के दोनों पुलों के बिल्कुल पास तक में खुदाई कर रेत निकालने में लगे ठेकेदार को अगर मना नहीं किया गया तो बिलासपुर के इंदिरा सेतू और पुराने पुल की हालत भी तुरकाडीह के पुल जैसी जर्जर हो सकती है।