कांग्रेस के कद्दावर पार्षद के वार्ड लिंगियाडीह के 300 गरीब परिवारों को मिला बेदखली का नोटिस
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. कांग्रेस के कद्दावर पार्षद विजय केशरवानी के वार्ड (52)लिंगियाडीहके मूल निवासी गरीब परिवारों को बेजा-कब्जा और अतिक्रमण का हवाला देकर हटाने हेतु नोटिस जारी किया गया है। 40-50 सालों से निवासरत लगभग 300 परिवारों को बेदखली का आदेश तहसीलदार व नगर निगम द्वारा दिया गया है। यहां के सैकड़ों लोगों ने आज कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर मुख्यमंत्री व राजस्व मंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत उन्हें आशियानी प्रदान किया जाए। आगामी चुनाव का हवाला देते हुए लिंगियाडीह के लोगों ने कहा कि शासकीय योजना के तहत पट्टा प्रदान किया जाये और राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत मकान निर्माण हेतु राशि प्रदान की जाये। झुग्गी-झोपड़ी प्रकोष्ठ के नेता दिलीप पाटिल और कांग्रेस नेत्री यशोदा पाटिल के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में आये लिंगियाडीह के लोगों ने कहा कि हमने जिसे पार्षद चुना है वह भरोसा खो चुका है। आम जनता के लिए समर्पित रहने का दावा कर चुनाव जीतने वाला पार्षद कभी वार्ड में नहीं आता है। आज वार्ड के लोगों को बेदखल किया जा रहा है इस परिस्थिति पार्षद को आम जनता के साथ डटकर खड़ा होने की जरूरत थी किंतु पार्षद विजय केशरवानी एक बार भी वार्ड की ओर देखने तक नहीं आ सका। शायद पार्षद से विधायक बनने का सपना देखने वाले पार्षद विजय केशरवानी को अब लिंगियाडीह के लोगों से कोई वास्ता नहीं रह गया है।
झुग्गी-झोपड़ी प्रकोष्ठ नेता दिलीप पाटिल और वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री यशोदा पाटिल के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे लोगों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे लगाते हुए ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में कहा गया है कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान अरपा बचाओं पदयात्रा किया गया था इस दौरान लिंगियाडीह के लोगों को कहा गया था कि कांग्रेस की सरकार बनेगी तो किसी की झोपड़ी नहीं टूटेगी, किसी को नहीं हटाया जाएगा। आज की स्थित में राज्य में कांग्रेस की सरकार है। इधर लिंगियाडीह में 30-40 सालों से रह रहे लोगों के घर-दुकान को तोडऩे के लिए नोटिस जारी किया गया है। कांग्रेस के जनप्रतिनिधि शासन की योजनाओं को लेकर जा रहे हैं तो आम जनता तोडफ़ोड़ की नीति का खुला विरोध कर रही है।