October 21, 2021
सांसदों के साथ महाप्रबंधक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की बैठक, यात्री सुविधाओं पर हुई चर्चा
बिलासपुर. मण्डल स्तर पर समस्याओं/मांगों के निराकरण के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, नागपुर मंडल के संसदीय क्षेत्रों के सांसदों के साथ आलोक कुमार, महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की बैठक, मा. सांसद डॉ. ढाल सिंह बिसेन-बालाघाट,(लोकसभा) की अध्यक्षता में दिनांक 21.10.2021 को सम्पन्न हुई। इस बैठक में मा. सांसद संतोष पांडेय-राजनांदगाँव, मा. सांसद सुनील मेंढ़े-गोंदिया-भंडारा, मा. सांसद श्रीमती सम्पतिया उइके-मंडला सहित आलोक कुमार-महाप्रबंधक, मनिन्दर उप्पल- मंडल रेल प्रबंधक/नागपुर, विधायक प्रविण दटके ( मा. नितिन गडकरी के प्रतिनिधि), मुख्यालय के प्रमुख अधिकारी, सांसद- छिंदवाड़ा, मंडला, गडचिरोली के प्रतिनिधि उपस्थित थे। अन्य सांसद अपनी व्यस्तता के कारण अनुपस्थित रहे परंतु उनके द्वारा अपने सुझाव बैठक हेतू भेजे, जबकि मा. विधायक विकास महात्मे-नागपुर ऑनलाइन के माध्यम से बैठक में शामिल हुये। आलोक कुमार, महाप्रबंधक ने उपस्थित सांसदों का अभिनंदन किया तथा अपने सम्बोधन मे कहा कि इस समिति के माघ्यम से यात्री सुविधाओं, रेल कार्यों का विकास एवं परियोजनाओं को लागू करने में रेलवे को सहयोग मिलता है और कहा कि स्थानीय मांगों, समस्याओं की जानकारी जनप्रतिनिधियों को अच्छी होती है। उन्होने भारतीय रेलवे की अधोसंरचना का विकास, कोरोना काल में रेलवे द्वारा किया गया संघर्ष, विकासात्मक कार्यों, विद्युतीकरण, गेज कन्वर्सेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर, माल-लदान में निरंतर वृद्धि आदि की जानकारी से अवगत कराया। मनिन्दर उप्पल, मंडल रेल प्रबंधक नागपुर ने मण्डल में चल रहे विकासात्मक कार्यों के बारे में स्लाइड प्रेजेंटेशन के माध्यम से, गाड़ियों का ठहराव एवं विस्तार, समयबद्धता, दिव्यांग जनों, महिलाओं के लिए विशेष सुविधाएं, स्टेशनों का आईएसओ प्रमाणीकरण, एक राष्ट्र एक रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139, यात्री सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, कोरोना काल में मण्डल द्वारा किए गए कार्यो आदि की विस्तृत जानकारी दी । सभापति डॉ. ढाल सिंह बिसेन ने कहा कि सरकार के संकल्प को पूरा करने हेतु महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के अन्य क्षेत्रों में भी रेल परिवहन की सुविधा प्रदान की जाये ताकि वहां के युवकों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त हों तथा हर क्षेत्र रेल मार्ग से पूरी तरह जुड़ सके जिससे रेलवे का विकास के साथ-साथ देश के विकास में रेल अपनी महत्वपपूर्ण भूमिका निभाने में अग्रसर रहें। उन्होने रेलगाडियों की समयबध्दता, अतिरिक्त ट्रेनों, मेल/एक्सप्रेस गाडियों का ठहराव/प्रारम्भ, निर्माण कार्य, आधुनिक यात्री सुविधाएं, आमान परिवर्तन परियोजनाओं व विकास कार्यों को समय सीमा के भीतर पूरा करने आदि पर सुझावों पर विस्तृत चर्चा की तथा नागपुर मंडल में यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी एवं विकासात्मक कार्यो की सराहना की । बैठक के दौरान में गाड़ियों के परिचालन से संबन्धित विभिन्न मांगो पर चर्चा हुई जिसमे मुख्यत: में अम्बिकापुर – दुर्ग (18243/18242) एक्स, भोपाल – दुर्ग (12853/12854) अमरकंटक एक्स. का राजनांदगाँव तक विस्तार, गोंदिया-कोल्हापुर महाराष्ट्र एक्सप्रेस गाड़ी क्रं 11040 का दुर्ग तक विस्तार, बिलासपुर – बीकानेर (18243/18244) का डोंगरगढ़ में स्टापेज, हैद्राबाद -दरभंगा एक्सप्रेस को वड़सा और नागभीड़ रेलवे स्टेशन पर स्टापेज, ट्रेन नंबर 22181 /22182 गोंडवाना एक्सप्रेस, जो वर्तमान में हजरत निजामुद्दीन से जबलपुर के मध्य चल रही है, इसका विस्तार करतें हुए जबलपुर से नैनपुर, बालाघाट, गोंदिया होते हुये इतवारी नागपुर तक चलाने, बिलासपुर से इंदौर तक व्हाया गोंदिया, बालाघाट, नैनपुर से जबलपुर तक नई ट्रेन, शिवनाथ एक्सप्रेस 18239/40 को छिंदवाड़ा तक चलाने आदि एवं पैसेंजर व लोकल ट्रेनों को पूर्ववत परिचालन के साथ साथ सिनियर सिटीजन, दिव्यांग, महिलाये और विद्यार्थियों को दी जाने वाली सुविधा तत्काल रुप से शुरु करने पर चर्चा हुई। इसके अलावा, विभिन्न परियोजना – नागपुर-नागभीड़ रेल लाईन का परिर्वतन आमान व तथा इलेक्ट्रीफिकेशन कार्य शीघ्र पुर्ण करने, छिन्दवाड़ा में तत्काल एक पिट लाइन का निर्माण, रामटेक से खापा नई रेल लाईन के सर्वेक्षण, रामटेक- तिरोडी -तारसा इस नई रेल लाइन, मंडला रेल्वे स्टेशन में सुविधा विस्तार कर स्टेशन में वाशिंग पिट सहित अन्य सभी सुविधायें प्रदान करने, नैनपुर में कोच मेन्टेनेंस डिपो का निर्माण सहित गोंदिया रेलवे स्टेशन के स्तारीकरण एंव अत्याधुनिक बनाने हेतु नियोजन, नैनपुर स्टेशन का विकास एवं नैनपुर से गाडियाँ प्रारम्भ करने, मण्डला रेल्वे स्टेशन से ट्रेनों का नियमित परिचालन, ग्वारीघाट रेलवे स्टेशन का उन्नयन करने, मण्डला को बिलासपुर एवं नागपुर रेलमार्ग से जोड़ने, रेलवे के खाली भूमि में वेयर हाउस, गोडाउन, पर्यटन एवं उद्योग इत्यादि के तहत सामूहिक प्रयासो से पी.पी.पी. मॉडल पर उक्त जमीन का सदुपयोग करने के साथ साथ भूमि अधिग्रहित शेष कुछ किसानों के आश्रितों के दस्तावेज पूर्ण कर नौकरी देने पर विस्तृत चर्चा हुई। आलोक कुमार, महाप्रबंधक ने बैठक में उठाए गए सभी सुझाव एवं विकास कार्यों में से मुख्यालय स्तर के विकास कार्यों की जानकारी देते हुये कार्यो को पूरा करने का हर संभव प्रयास करने तथा बोर्ड स्तर के कार्यों को स्वीकृति के लिए मंत्रालय भेजने के प्रति आश्वस्त किया । तन्मय माहेश्वरी- उपमहाप्रबंधक ने अच्छे सुझाव देने हेतु सभी सांसदों का आभार व्यक्त किया। सांसदों, महाप्रबंधक एवं अधिकारियों का आभार माना ।